कैथल:हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर जैसे-जैसे सियासी पार चढ़ रहा है. वैसे-वैसे सभी अपनी राजनीतिक दल अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए हर संभव हथकंडे अपना रहे हैं. ऐसे में अब राजनीतिक दलों की नजर डेरा सच्चा सौदा के वोट बैंक पर है. सूबे के सभी राजनैतिक दल डेरा श्रद्धालुओं के वोट पर नजर गड़ाए बैठे हैं.
वोट बटोरने के लिए विरोधी दलों के बदले सुर
सिरसा के डेरा सच्चा सौदा का प्रभाव हरियाणा पंजाब में है. इन दोनों राज्यों में डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालुओं की संख्या भी ठीक ठाक है. हालांकि डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम जेल में सजा काट रहा है. लेकिन आज भी डेरा के अनुयायियों में राम रहीम के प्रति आस्था बरकरार है. तभी तो विरोधी दलों के नेता भी वोट बटोरने के लिए अब डेरा सच्चा सौदा और संत रामपाल पर हुई कार्रवाई को लेकर अपने बयान के जरिए सहानुभूति पेश कर रहे हैं.
आरोपी बाबाओं से पेश की सहानुभूति
जहां एक तरफ कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला डेरा प्रेमियों पर पंचकूला में हुई कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं, तो दूसरी तरफ इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला कह रहे हैं कि पहले 2014 में बीजेपी ने उनका समर्थन ले लिया और बाद में जेल भेजने का काम किया.
डेरा वोटर्स पर राजनीतिक दलों की नजर
आपको बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में डेरा सच्चा सौदा ने बीजेपी को समर्थन दिया था. एक बार फिर जब चुनाव नजदीक हैं तो सूबे के राजनीतिक दलों की नजर डेरा सच्चा सौदा के वोटर्स पर है. जो सत्ता तक पहुंचाने की सीढ़ी का काम कर सकते हैं.