कैथल: कोरोना वायरस के बाद अब हरियाणा में बर्ड फ्लू ने भी दस्तक दे दी है. इसका असर भी अब देखने को मिल रहा है. बर्ड फ्लू का सबसे ज्यादा असर पंचकूला में देखने को मिल रहा है. इसका असर अब पोल्ट्री फार्म पर देखने को मिल रही है. पोल्ट्री फार्म मालिकों का कहना है कि इस बीमारी के चलते उनका धंधा डूबने के कगार पर चला गया है.
कैथल के राणा गांव के सरपंच गायत्री मालिक रामपुर मलिक ने बताया कि पहले जो चूजा 30 से 35 रुपये में बिक रहा था आज उसकी कीमत गिरकर 8 रुपये के करीब हो गई है. पोल्ट्री फार्म मालिकों का कहना है कि पहले लॉकडाउन ने उनका धंधा काफी खराब किया अब बर्ड फ्लू लॉकडाउन के दौर को दोहरा रहा है.
बर्ड फ्लू का पोल्ट्री फार्म मालिकों पर दिखा असर, चिकन के दाम गिरने से मंडराया खतरा उन्होंने कहा कि इस बर्ड फ्लू की वजह से उनका काम-धंधा ज्यादा प्रभावित हुआ है. उन्होंने निवेदन किया है कि जो सच्चाई है उसको लोग जानने की कोशिश करें केवल अफवाह पर ना जाएं. उन्होंने कहा कि कैथल में बर्ड फ्लू के मामले में नहीं आए हैं. लेकिन लोग डर की वजह से चिकन नहीं खरीद रहे हैं. जिसका बुरा असर उन पर पड़ रहा है.
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बता दें कि पशुपालन और डेयरी मंत्री जेपी दलाल ने ऐलान किया है कि जिन पोल्ट्री फॉर्म में मुर्गे-मुर्गियों को मारा जाएगा. उनके मालिकों को सरकार की तरफ से मुआवजा दिया जाएगा. सरकार 90 रुपये प्रति मुर्गी फार्म मालिकों को बतौर मुआवजा देगी. वहीं इन पोल्ट्री फॉर्म्स पर काम कर रहे कर्मचारियों को एंटी वायरल दवाई भी दी जाएगी.