हरियाणा

haryana

ETV Bharat / state

'जिस भी सरकार ने किसानों पर लाठीचार्ज किया, वो दोबारा सत्ता में वापस नहीं आई' - balraj kundu news

कृषि अध्यादेश को लेकर एक बार फिर विधायक बलराज कुंडू ने सरकार के खिलाफ सख्त रुख अपनाया. उन्होंने कहा कि ये सरकार किसान विरोधी है और जिसने भी किसानों पर लाठीचार्ज किया है वो दोबारा गद्दी पर विराजमान नहीं हुआ है.

balraj kundu
balraj kundu

By

Published : Sep 13, 2020, 5:05 PM IST

कैथल:महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू रविवार को कैथल पहुंचे और किसानों पर किए गए लाठीचार्ज को लेकर सरकार को आड़े हाथों लिया. कुंडू ने कहा कि किसानों के ऊपर जो लाठीचार्ज किया गया है हम उसकी घोर निंदा करते हैं. उन्होंने कहा कि इतिहास हमेशा गवाह है कि जो भी किसानों पर लाठीचार्ज करता है चाहे वो कोई भी नेता हो या कोई भी सरकार हो वो आगे कभी भी गद्दी पर नहीं विराजमान हो पाया और यहां से भी भाजपा के लिए उल्टे दिन चल पड़े हैं.

'जिस भी सरकार ने किसानों पर लाठीचार्ज किया, वो दोबारा सत्ता में वापस नहीं आई'

बलराज कुंडू ने कहा कि जो सरकार 3 अध्यादेशों की बात करती है ये अध्यादेश किसान विरोधी हैं, क्योंकि इन अध्यादेशों से किसानों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा और जिन साहूकारों की बात सरकार करती है कि जो इनकी फसल खरीदेगी उसमें प्रावधान होगा कि वो साहूकार एग्रीमेंट के द्वारा जिन किसानों से फसल खरीदेगा उसकी जमीन पर लोन भी ले सकेगा. ऐसा भी हो सकता है कि वो उनकी जमीन पर लोन लेकर यहां से भाग जाए या फिर उनकी फसल को खरीदकर यहां से भाग जाए.

ये भी पढ़ें-लाठीचार्ज में घायल हुए किसान से मिले बलराज कुंडू, बोले- लहू की हर बूंद का हिसाब होगा

उन्होंने कहा कि क्या कोई भी इंसान या किसान अपने हकों के लिए शांतिपूर्वक तरीके से बात भी नहीं कह सकता. ये एक तानाशाह सरकार है जो तानाशाही आम लोगों पर और किसानों पर कर रही है. बलराज कुंडू ने कहा कि ये सरकार बड़े और अमीर लोगों के साथ मिलकर किसानों पर तानाशाही कर रही है.

बलराज कुंडू ने कहा कि ये सरकार हमेशा से किसान विरोधी रही है और किसानों के लिए कोई भी काम नहीं कर रही. कुंडू ने कहा कि जो बीजेपी के नेता अपने आपको किसान नेता कहते हैं, वो कबूतर दिल्ली से आकर दाना चुगकर वापस चले जाते हैं. किसानों के सुख-दुख की कोई भी चिंता इनको नहीं है. अगर सच में किसानों के लिए काम करना है तो सबसे पहले कृषि अध्यादेश वापस ले और उनकी फसलों का समर्थन मूल्य बढ़ाएं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details