कैथल: बिजली विभाग चीका में तैनात अधिकारी और कर्मचारियों की ओर से बिजली उपभोक्ताओं के बकाया बिजली बिल की एवज में जमा किए गए लाखों रुपये का गबन किए जाने का मामला सामने आया है. हालांकि गबन सामने आने के बाद बिजली विभाग के एसई ने तुरंत प्रभाव से एक कर्मचारी, हैड कैशियर हरि किशन को सस्पेंड कर खानापूर्ति जरूर कर ली है.
मिली जानकारी अनुसार चीका बिजली बोर्ड कार्यालय में 43 लाख 82 हजार रुपये के गबन से तो पर्दा हटा लिया गया है, लेकिन घोटाला कितना बड़ा हो सकता है फिलहाल इस बारे बिजली विभाग का कोई भी अधिकारी खुले मन से नहीं बता रहा है, क्योंकि ऐसा माना जा रहा है कि इस घोटाले के तार विभाग के कई बड़े अधिकारियों से जुड़े हो सकते हैं.
चीका बिजली विभाग में लाखों का गबन क्या है पूरा मामला?
बताया जा रहा है कि गबन का पैसा उपभोक्ताओं से लिया गया था. जिसको उसी तारीख में बैंक के खाते में जमा करवाना होता है, लेकिन कर्मचारियों की ओर से पैसा वहां जमा न करवाकर खुद प्रयोग कर लिया गया. लाखों रुपये के घोटाले का उस समय पता चला, जब विभाग के सीए ने बैंक की स्टेटमैंट देखी. स्टेटमैंट में जिस हिसाब से अक्तूबर से अब तक बिजली के बिलों की अदायगी भारी मात्रा में हुई थी उस हिसाब से पैसा बैंक में जमा नहीं मिला.
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सीए की ओर से पैसे बैंक में जमा न होने की सूचना जब बिजली विभाग के उच्च अधिकारियों को दी गई तो घोटाले की परतें खुलनी शुरू हो गई और ये घोटाला अधिकारी और कर्मचारियों के बीच कई दिन तक गुप्त जांच के बीच ही घूमता रहा. बिजली विभाग के कार्यालय में लाखों रुपये के गबन को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. माना जा रहा है कि अगर जांच हुई तो विभाग के कई बड़े अधिकारियों के नाम सामने आ सकते हैं.