जींद: रविवार को तीन कृषि कानूनों के विरोध में आढ़तियों, मुनीम, मजदूरों ने कार रैली निकाली. ये रैली पुरानी मंडी से खटकड़ टोल प्लाजा पर पहुंची और वहां धरने पर बैठे किसानों के बीच जाकर आढ़तियों ने उनको समर्थन दिया. किसानों से कुछ देर मिलने के बाद गाड़ियों का काफिला दिल्ली के टिकरी बॉर्डर की तरफ कूच कर गया.
ये भी पढ़ें:भिवानी में कृषि कानूनों के विरोध में महापंचायत, किसान अपने घरों की छत पर लहराएंगे तिरंगा
इस दौरान आढ़तियों ने किसानों के साथ मिलकर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और रोष प्रकट किया. आढ़तियों ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा बनाए गए कृषि कानून न तो किसान के हक में हैं, न ही आढ़ती और ना आम जनता के हक में है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को अपनी जिद्द छोड़ कर तीनों कृषि कानूनों को रद्द कर देना चाहिए.
आढ़तियों ने निकाली कार रैली, टिकरी बॉर्डर की तरफ किया कूच ये भी पढ़ें:वकीलों ने किसानों को दिया समर्थन, बोले- लाल किले की घटना के पीछे सरकार का हाथ
उन्होंने कहा कि उचाना के आढ़तियों की तरफ से चंदा एकत्रित किया गया है और अब टिकरी बॉर्डर पर जाकर किसानों के लिए भंडारा चलाया जाएगा. आढ़तियों ने कहा कि सरकार किसानों को बदनाम करना चाहती है लेकिन हम ये होने नहीं देंगे और अंत तक लड़ाई लड़ेंगे.
ये भी पढ़ें:सोनीपत: किसान आंदोलन के समर्थन में ग्रामीणों ने निकाला ट्रैक्टर मार्च
उन्होंने कहा कि हमें जीवन में अपमान, सम्मान देने वालों को याद रखना चाहिए. अब इस आंदोलन को सरकार पंजाब का आंदोलन बताती है तो कभी कहती है कि इसमें किसान ही नहीं है. आज पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, यूपी के अलावा आस-पास के कई राज्यों के किसानों के साथ हर वर्ग के लोग इस आंदोलन का समर्थन कर रहें हैं.