जींदः हरियाणा विधानसभा चुनाव का बिगुल बज गया है और जल्द ही आचार संहिता भी लगने वाली है. ऐसे में बीजेपी ही नहीं विपक्षी दलों ने भी कमर कस ली है. एक ओर जहां बीजेपी नेता आए दिन शिलान्यासों और उद्धाटनों से जनता को लुभाने में जुटी है तो वहीं समाज सेवी संस्थाएं भी अपने लक्ष्य को लेकर हरकत में आ गई है.
चुनावों से पहले सामाजिक संस्थाएं आई आगे 'विकास नहीं बदहाली हुई है'
शुक्रवार को जींद की एक समाजसेवी संस्था अन्ना टीम ने शहर की बदहाली को लेकर अधिकारियों को जगाने के लिए एक ढोल बजाओ प्रदर्शन किया. जिसके तहत प्रदर्शन कर रहे संस्था के लोग सरकारी कार्यालयों में ढोल बजाते हुए प्रदर्शन करने पहुंचे. इस दौरान उन लोगों ने सरकार के खिलाफ ढोल बजाकर प्रदर्शन किया. उनका आरोप है कि सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान जींद का कोई विकास नहीं किया. उन्होंने कहा कि आज भी शहर की बदहाली की तस्वीर सरकार के झूठे दावों की पोल खोलती नजर आती है.
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'अधिकारी हुए बहरे'
प्रदर्शन की अध्यक्षता कर रहे अन्ना टीम के सदस्य सुनील वशिष्ठ ने बताया कि वे कई बार अधिकारियों को शहर की सड़कों में सीवरेज समस्याओं को लेकर शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अधिकारी बहरे हो गए हैं. उन्होंने कहा कि बार-बार शिकायत देने के बावजूद उनकी सुनवाई नहीं होती. उनका आरोप है कि उनके चेताने के बावजूद सरकार ने शहर के विकासकार्यों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया और अब जब चुनाव आ रहे हैं तो सरकार नए-नए चुनावी वादे कर रहे हैं. उनका कहना है कि अब वो इस झांसे में नहीं आएंगे और इसलिए वो आज ढोल बजाकर अधिकारियों के कान खोलने के लिए प्रदर्शन करने पहुंचे हैं.
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