जींद: कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरेजवाला ने सोमवार को आयोजित ऑनलाइन पत्रकारवार्ता में कहा कि भारत की सुरक्षा व क्षेत्रीय अखंडता से कोई समझौता स्वीकार नहीं किया जा सकता. सुरजेवाला ने कहा कि चीनी सेना द्वारा लद्दाख और सिक्किम में तीन स्थानों पर घुसपैठ समाचार पत्रों की सुर्खियां बनी हुई है.
कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने कहा कि खबरों की मानें तो चीनी सेना के हजारों सैनिकों ने गलवान वैली और पैंगोंग सो लेक एरिया (लद्दाख) में घुसपैठ कर हमारी भूभागीय अखंडता पर अतिक्रमण का दुस्साहस किया है.
'भारतीय सीमा में घुसपैठ के दुस्साहस पर क्यों मौन बैठी है मोदी सरकार' सुरजेवाला ने कहा कि सुरक्षा विशेषज्ञों और सेना के जानकारों की मानें तो गलवान नदी वैली में चीन की घुसपैठ से डर्बुक-श्योक-डीबीओ रोड को खतरा उत्पन्न हो जाएगा, जो उत्तर के इलाके में और काराकोरम दर्रा के नजदीक भारतीय सेना को रसद व सभी प्रकार के सैन्य साजो सामान पहुंचाने के लिए सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है.
सुरजेवाला ने मोदी सरकार से पूछे ये सवाल-
- क्या चीनी सेनाओं ने लद्दाख में 'गलवान नदी वैली और 'पैंगोंग सो लेक के हमारे इलाकों पर कब्जा कर लिया है ?
- क्या चीन ने स्वीकारित सीमा रेखा को लांघकर गलवान नदी वैली में सैकड़ों टेंट, कान्क्रीट के ढांचे व एलएसी (LAC) के पार कई किलोमीटर सड़क बना ली है?
- क्या चीन ने पैंगोंग सो लेक के उत्तरी तट पर भी सडृक निर्माण किया है ?
- क्या ये सही है कि पैंगोंग सो लेक के पास फिंगर हाईट्स फिलहाल चीनी सेना के कब्जे में है ?
- क्या गलवान नदी वैली में चीनी घुसपैठ से डरबुक-श्योक-डीबीओ रोड पर संचालन को खतरा उत्पन्न हो जाएगा ?
सुरजेवाला ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा व भूभागीय अखंडता की इन महत्वपूर्ण चुनौतियों से पार पाने के लिए मोदी सरकार ने क्या रणनीतिक तैयारियां की हैं और क्या कारगर कदम उठाए हैं. मोदी सरकार ने लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के हालात पर देश व देश लोगों के साथ हालात का विवरण साझा क्यों नहीं किया.