जींद:आपने किसी बदमाश या व्यक्ति द्वारा अवैध कब्जे के बारे में सुना होगा. लेकिन जींद की सड़कों पर आजकल आवारा और बेसहारा पशुओं का कब्जा चल रहा है.
रोजाना होते है 2 से 3 तीन हादसें
शाम होते ही शहर की सड़कों पर और हर गली में पशु ही पशु नजर आते है. सड़कों पर पशुओं के होने से आने जाने वाले लोगों को बड़ी परेशानी हो रही है. रोजाना 2-3 हादसे इन पशुओं की वजह से होते हैं. जींद के नागरिक अस्पताल में रात के समय डयूटी करने वाले एक कर्मचारी ने बताया कि हर रोज रात को 2 से 3 लोग यहां इलाज के लिए आते है, ये वही लोग होते है जो आवारा पशुओं की वजह से हादसे का शिकार होते है.
सड़क से लेकर बाजार तक है इनका कब्जा
एक अनुमान है करीब 2000 तक की संख्या में आवारा पशु शहर की सड़कों और बाजार में घूम रहे है. इन आवारा पशुओं की समस्या को लेकर शहरवासी कई बार प्रशासन से मिल चुके हैं, लेकिन प्रशासन ने इस पर कोई सुध नहीं लिया है.