जींद:सरकार बकाया बिलों पर ब्याज माफी और बिजली अधिक समय देने जैसी कई योजनाएं ला चुकी है. बावजूद इसके डिफॉल्टिंग अमाउंट लगातार बढ़ रही है. ऐसा भी नहीं है कि ये बकाया बिल हाल-फिलहाल का है. कई उपभोक्ता तो ऐसे हैं जो लंबे समय से ही बिजली बिल नहीं भर रहे हैं.
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम जींद सर्कल के तहत तीन डिवीजन और 12 सब डिवीजन आती है. इन सभी सब डिवीजनों में 70 हजार 129 उपभोक्ताओं पर 846 करोड़ रुपये बकाया है. इसमें सरकारी विभाग भी शामिल है. जिनके 673 उपभोक्ताओं पर 16 करोड़ 49 लाख 95 हजार रुपये बकाया है.
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पब्लिक हेल्थ पर सबसे ज्यादा बकाया
सरकारी विभागों की डिफॉल्टिंग सूची देखें तो सबसे अधिक 13 करोड़ 71 लाख 75 हजार रुपये पब्लिक हेल्थ पर बकाया है. सरकारी विभागों पर कुल 16 करोड़ 49 लाख 95 हजार रुपये बकाया है. इसमें सिंचाई विभाग पर 60 लाख 62 हजार बकाया है.
बिजली विभाग ने सितंबर महीने में 54 गांवों को जगमग योजना के तहत रोशन करने का फैसला लिया था, लेकिन बजट के अभाव में और केबल समाप्त होने के चलते पिछले दो महीने से ये काम रुका हुआ है. आगे भविष्य में इलेक्ट्रॉनिक मीटरों की कमी का सामना भी उपभोक्ताओं को करना पड़ सकता है.
निगम बकाया बिजली बिलों को लेकर काफी गंभीर है और रोजाना डिफॉल्टरों की सूची बनाकर कनेक्शन काटे जा रहे हैं. सरकारी विभागों का भी बकाया बिजली बिल को लेकर नोटिस दिए जा रहे हैं. बता दें कि डिफॉल्टिंग अमाउंट में सबसे अधिक हिस्सा जींद सब अर्बन सब डिवीजन है तो वहीं सबसे कम डिफॉल्टिंग अमाउंट जींद सिटी सब डिवीजन की ओर बकाया है.