जींद:अब बिना लक्षण के कोरोना पॉजिटिव मरीजों को पीजीआई की बजाए जिला मुख्यालय पर ही भर्ती किया जाएगा. मरीजों को भर्ती करने के लिए 60 बैडों की क्षमता वाला कोविड-19 अस्पताल बनाया गया है. जिसमें ऑक्सीजन के साथ वेंटीलेटर की सुविधा उपलब्ध होगी. अन्य जरूरत के सामान के बारे में स्वास्थ्य मुख्यालय को लिखा गया है.
डिप्टी सीएमओ डॉ. पालेराम ने बताया कि कोविड-19 अस्पताल के साजो सामान के लिए स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय को लिखा गया है, ताकि जल्द से जल्द ज्यादा साजो सामान उपलब्ध हो जाए और कोविड-19 अस्पताल में ज्यादा सुविधा दी जा सके. अब तक जिले में कोविड-19 के 75 पॉजिटिव मामले जिले में आ चुके हैं. जिसमें तीन लोगों की मौत हो चुकी है, 27 लोग ठीक होकर घर लौट चुके है.
डिप्टी सीएमओ डॉ. पालेराम ने दी जानकारी, देखिए वीडियो कोरोना संक्रमित लोगों को पीजीआई रोहतक, मैडिकल कॉलेज खानपुर तथा मैडिकल कॉलेज अग्रोहा रेफर किया जाता रहा है. इससे मेडिकल कॉलेजों पर बहुत ज्यादा दबाव बढ़ रहा था. 10 से 15 दिन तक मरीज को परिजनों से दूर रहना पड़ता है. घर जैसा माहौल मिले और जिला मुख्यालय स्थित सामान्य अस्पताल में सुविधाएं मिले. सामान्य अस्पताल में कोविड-19 अस्पताल को बनाया गया है इसका मकसद है कि संक्रमित व्यक्ति को मानसिक तनाव से भी नहीं गुजरना पड़े.
फिलहाल जिले में 45 लोग कोरोना एक्टिव हैं. शुक्रवार को भी जींद में एक नया कोरोना मरीज मिला है. जिले में कुल मरीजों की संख्या 69 हो चुकी है. वहीं 26 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं.
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