जींदःनागरिक अस्पताल के एमरजेंसी वार्ड में एक बच्चे के पिता को डॉक्टर द्वारा थप्पड़ मारने के मामले ने यूटर्न ले लिया है. अस्पताल में 3 डॉक्टर्स की टीम ने जांच के दौरान आरोपी डॉक्टर रामस्नेह खर्ब और दूसरे स्टाफ के बयान दर्ज किए. इस दौरान जांच कमेटी ने घटना के समय एमरजेंसी वार्ड की सीसीटीवी फुटेज भी देखी. सीसीटीवी देखने के बाद मामला साफ हो पाया है.
जांच कमेटी के मुताबिक सीसीटीवी फुटेज से साफ हुआ कि जिस समय बच्चे का पिता छज्जुराम डॉक्टर की वीडियो बना रहा था उस समय डॉक्टर ने उसको थप्पड़ नहीं मारा, बल्कि वीडियो बनाने से रोकने के लिए मोबाइल को हाथ मारकर उसे रोका था. पूरे मामले की जांच में समिति के सामने मौके का एक चश्मदीद गवाह भी पेश हुआ. मौके पर मौजूद चश्मदीद रवि कौशिक ने बताया कि हंगामे के समय वो अपनी मां को दिक्कत होने पर अस्पताल में लेकर आया था.
चश्मदीद के मुताबिक
रवि कौशिक ने बताया कि जब मैं अपनी मां को लेकर अस्पताल पहुंचा तो एक युवक वहां पर हंगामा कर रहा था जबकि डॉक्टर रामस्नेह खर्ब ने शुरू से ही अच्छा व्यवहार किया था. उन्होंने बताया कि बच्चे के साथ आया उसका पिता ही आक्रोशित हो गया लेकिन डॉक्टर ने फिर भी संयम रखा हुआ था. उन्होंने बताया कि इस दौरान मैं भी डॉक्टर से मेरी मां को देखने के लिए दबाव डाल रहा था, लेकिन युवक ने लगातार वीडियो जारी रखी.