जींद: गेहूं खरीद को लेकर सूबे में आढ़तियों और सरकार के बीच ठन गई है. एक तरफ सरकार ऑनलाइन फसल खरीद की तैयारी कर रही है तो दूसरी तरफ आढ़ती गेहूं की फसल को मैनुअल तरीके से खरीद की मांग कर रहे हैं.
अपनी मांगों को लेकर आढ़तियों ने अनिश्चिताकलीन हड़ताल का ऐलान किया है. जींद के सभी 200 से ज्यादा आढ़ती अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. उन्होंने अपने लाइसेंस को मार्केट को सरेंडर कर दिया है.
आढ़तियों ने कहा है कि किसी भी कीमत पर हम ऑनलाइन खरीद का समर्थन नहीं करेंगे. सरकार चाहे कुछ भी कर ले. जबतक हमारी मांगे पूरी नहीं होती तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी. फिलहाल आढ़तियों और सरकार के बीच बातचीत जारी है.
कहां फंसा है पेंच?
1. सरकार का कहना है कि सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए गेहूं की फसल की खरीद ऑनलाइन की जाएगी. इसके लिए किसानों को मेरी फसल, मेरा ब्योरा नाम की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करवाना होगा.
वहीं आढ़तियों का कहना है कि गेहूं की फसल की खरीद ऑनलाइन नहीं बल्कि मैनुअल तरीके से हो. इस दौरान वो सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखेंगे.
2. सरकार का कहना है कि किसानों को पेमेंट वो सीधा उनके खातों में रुपये डालकर करेगी और आढ़तियों को उनके हिस्से की पेमेंट करेगी.