जींद:मंगलवार को जिले में रुके 88 प्रवासी श्रमिकों को उनके घर भेज दिया गया है. जींद डिपो की दो बसों के माध्यम से 40 प्रवासी श्रमिकों को उत्तर प्रदेश के बागपत और बुलंदशहर जिले के लिए भेजा गया.
इसके अलावा चरखी दादरी और कैथल डिपो से चली बसों में भी 48 श्रमिकों को उनके घर भेज दिया गया. वहीं पंजाब के लिए भी एक बस भेजी गई. जिसमें एक दर्जन से ज्यादा श्रमिकों को उनके घर के लिए रवाना किया गया.
लॉकडाउन के दौरान जींद में रुके 88 प्रवासी श्रमिकों को भेजा गया घर गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान बिहार और यूपी के प्रवासी श्रमिक एक महीने से जगह-जगह रुके हुए थे. इन प्रवासी श्रमिकों को मेडिकल चेकअप के बाद सरकारी बसों से उनके प्रदेश भेज दिया गया. अपने-अपने प्रदेश जाने से पहले प्रवासी श्रमिकों ने हरियाणा और जींद की जनता को धन्यवाद दिया.
मजदूरों ने कहा कि वे अपने परिवार से दूर थे, लेकिन यहां पर प्रशासन ने उनको किसी तरह की दिक्कत नहीं आने दी. उन्होंने कहा कि यहां के लोगों और प्रशासन ने उनका अतिथि की तरह से ख्याल रखा. मजदूरों ने कहा कि अपने घर से दूर रहने के चलते उन्हें घर की याद तो आ रही थी. लेकिन यहां के लोगों ने उनकी खूब सेवा की. जिसका वो आभार प्रकट करते हैं.
वहीं नोडल अधिकारी बिजेंद्र सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के चलते यहां प्रवासी मजदूर रुके हुए थे. सभी के स्वास्थ्य की जांच की गई. जिसके बाद उन्हें रोडवेज बसों में बैठाकर उनके घरों के लिए रवाना कर दिया गया. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के बागपत और बुलंदशहर के 72 मजदूरों को बसों के जरिए उनके घरों तक पहुंचाया जा रहा है. वहीं एक बस को पंजाब के लिए रवाना किया गया है.
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