झज्जर:कृषि कानूनों को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. उत्तर भारत में पड़ रही कड़ाके की ठंड और उपर से हो रही बारिश प्रदर्शनकारी किसानों पर मुसीबत बनकर टूट पड़ी है. जिसके चलते हर दिन कोई ना कोई किसान अपनी जान गंवा रहा है.
सोमवार को टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे दो किसानों की मौत का मामला सामने आया है. जिसमें से एक युवा किसान जश्नप्रीत जिसकी उम्र मात्र 18 साल है की भी मौत हो गई है. जश्नप्रीत पंजाब के भटिंडा का रहने वाला है. वहीं दूसरे किसान की पहचान जींद के जगबीर के रूप में हुई है. जिसकी उम्र 58 साल है. उसकी हृदय गति रुकने से मौत हो गई.
बता दें कि, टिकरी बॉर्डर के अलावा सिंघु बॉर्डर , ढांसा बॉर्डर के अलावा हरियाणा के कई अन्य जिलों में किसान आंदोलन कर रहे हैं. जिसमें अभी तक कुल 30 से ज्यादा किसानों की मौत हो चुकी है.
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गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 38 दिनों से पंजाब, हरियाणा और यूपी के किसान आंदोलन कर रहे हैं. इसको लेकर केंद्र और किसानों के बीच कई दौर की वार्ता भी हो चुकी है. जो अभी तक बेनतीजा ही रही है. आज 4 जनवरी को भी किसानों और केंद्र सरकार के बीच कृषि कानूनों पर चर्चा हो रही है. उम्मीद है कि किसानों और सरकार के बीच कृषि कानूनों को लेकर कुछ हल निकले, लेकिन किसान कृषि कानूनों को रद्द करने पर अड़े हुए हैं. तो वहीं केंद्र सरकार संशोधन करने की बात कह रही है.