झज्जर: देशभर में ट्रकों के पहिए 10 अक्टूबर से थमने वाले हैं. दरअसल भाईचारा ऑल इंडिया ट्रक ऑपरेटर वेलफेयर एसोसिएशन ने इसका फैसला लिया है. एसोसिएशन नए मोटर व्हीकल एक्ट और आरटीओ के भ्रष्टाचार से परेशान है. जिसके वजह से ये फैसला लिया गया है.
ट्रक मालिकों पर पड़ रही तीन गुना मार
एसोसिएशन के प्रधान अशोक शर्मा का कहना है कि आरटीओ विभाग के भ्रष्टाचार की वजह से ट्रक मालिक कर्जदार होने लगे हैं. उन्होंने बताया कि आयकर अधिनियम की धारा 44AE के प्रावधान से ट्रक मालिकों पर बेवजह आयकर की तीन गुना मार पड़ गई है और आमदनी लगातार कम हो रही है.
ऑल इंडिया ट्रक ऑपरेटर वेलफेयर एसोसिएशन ने जारी किया पत्र भूखों मरने के जैसे हुए हालात
इतना ही नहीं थर्ड पार्टी इंश्योरेंस का प्रीमियम बढ़ा दिया गया है. जबकि क्लेम की सीमा तय कर दी गई है. अशोक शर्मा का कहना है कि नए कानून और भ्रष्टाचार की वजह से ट्रक मालिकों के भूखों मरने जैसे हालात हो गए हैं.
10 अक्टूबर को थम जाएंगे ट्रकों के पहिये
इसलिए अपनी मांगों के समर्थन में ट्रक ऑपरेटर्स ने हिसार से दिल्ली के लिए एक दिन की जागरूकता यात्रा भी निकाली. उन्होंने बताया कि यात्रा का बहादुरगढ़ पहुंचने पर शिव टर्बो ट्रक यूनियन ने स्वागत किया और 10 अक्टूबर से ट्रकों के पहिये थामने के फैसले का समर्थन भी किया गया.
ट्रक ऑपरेटरों ने देखें सरकार के खिलाफ क्यों खोला मोर्चा सरकार ने नहीं मानी मांगे तो देंगे धरना
एसोसिएशन का कहना है कि अगर सरकार ने उनके साथ बैठक कर उनकी मांग नहीं मानी तो 10 अक्टूबर से आरटीओ दफ्तर के बाहर ट्रक खड़े कर दिये जायेंगे और ट्रक ऑपरेटर दफ्तर के बाहर धरना शुरू कर देंगे.