झज्जर:डोप मतलब नशा जिसे कोई भी खिलाड़ी जल्दी मेडल जीतने के लिए लेता है. इसमें ऐसे नशीले पदार्थ का सेवन किया जाता है, जिसमें खिलाड़ी का स्टेमिना अचानक से बढ़ जाता है और धीरे-धीरे खिलाड़ी का शरीर अंदर से खोखला होता जाता है.
नशे के खिलाफ है ये दौड़
खिलाड़ियों में नशे को रोकने के लिए 31 जुलाई को रन अगेंन्स्ट डोप का आयोजन किया जाएगा. ललित भनोट एकेडमी इस दौड़ का आयोजन कर रही है. इस आयोजन का नाम ही रन अगेन्सट डोप हैं जिसमें नशे के खिलाफ खिलाड़ियों को जागरूक किया जाएगा.
दौड़ से नशे के खिलाफ दिया जाएगा संदेश नशे के दुष्प्रभाव बताना उद्देश्य
इस दौड़ के जरिए खिलाड़ियों तक यह संदेश पहुंचाया जाएगा कि नशा परिवार से लेकर समाज तक को कैसे खोखला कर देता है. किसी भी खिलाड़ी को कैसे बर्बाद कर देता है.
इन प्रतियोगिता का होगा आयोजन
इस आयोजन में कई प्रतियोगिताएं हैं जिसमें 16 साल से ज्यादा उम्र वाले लड़के व लड़कियों के लिये तीन किलोमीटर व16 साल से कम उम्र के लड़के लड़कियों के लिये 1 किलोमीटर की दौड़ रखी गई है. अब तक 750 से ज्यादा खिलाडि़यों ने रजिस्ट्रेशन कर दिया है.
क्या होता है डोप टेस्ट ?
किस खिलाड़ी ने इस नशीले पदार्थ का सेवन किया है, इसी की जांच करने के लिए यह डोप टेस्ट किया जाता है.