झज्जर: शहर में आशा वर्करों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. आशा वर्करों का कहना है कि प्रदेश की बीजेपी-जेजेपी सरकार कर्मचारी विरोधी है.
आशा वर्करों के अनुसार सरकार की ओर से उन सभी वर्करों को 5 पेज का नोटिस थमाया गया है. उन्होंने बताया कि नोटिस में लिखा है कि 10वीं पास न होने पर वर्करों को नौकरी से निकाल दिया जाएगा और 58 साल की उम्र के बाद उनकी सेवा को खत्म कर दिया जाएगा. उनका कहना है कि सरकार की ओर से रखी गई शर्ते न्यायसंगत नहीं है.
झज्जर में आशा वर्करों का प्रदर्शन, सरकार व प्रशासन को दी चेतावनी 'रजिस्टर पर लगे हाजिरी'
आशा वर्करों ने मांग की है कि उनकी रोज की उपस्थित रजिस्टर में लगनी चाहिए. जिससे उनके पास आने-जाने का सबूत रहे. वहीं वर्करों का कहना है कि सरकार की ओर से मिलने वाला वेतन भी बहुत देर से मिलता है. सरकार को हम लोगों के वेतन की ओर ध्यान देना चाहिए, जिससे हम लोगों को जीवन यापन में परेशानी का सामना ना करना पड़े.
'सरकार व प्रशासन को दी चेतावनी'
प्रदर्शन कर रही आशा वर्करों ने प्रशासन व सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर हम लोगों की मांगों को नहीं माना तो हम लोग अगामी 8 जनवरी को प्रदेशव्यापी प्रदर्शन करेंगे.
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