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बहादुरगढ़ में राम भरोसे दमकल विभाग! फायर ब्रिगेड सेंटर में नहीं है पानी की व्यवस्था - fire station

बहादुरगढ़ दमकल विभाग आगजनी की घटनाओं को लेकर पूरी तरह मुस्तैद है, लेकिन पिछले एक साल से पानी का मोटर और अन्य कई तरह के समस्याओं के कारण पूरी सुविधा नहीं दी जा रही है.

दमकल विभाग की गाड़ी.

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Published : Apr 11, 2019, 6:04 PM IST


झज्जर: गर्मी का मौसम शुरू हो चुका है और इस मौसम में औद्योगिक क्षेत्र और खेतों में आगजनी की घटनाएं काफी बढ़ जाती है. ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए बहादुरगढ़ का अग्निशमन विभाग पूरी तरह से तैयार नहीं है. तेजी गर्मी के चलते आग लगने का खतरा बढ़ जाता है. लेकिन ऐसे में एमआईई के फायर ब्रिगेड सेंटर में पानी भरने की व्यवस्था ही नहीं है.

मिली जानकारी के मुताबिक पिछले एक साल से पानी का मोटर भी खराब पड़ा है. वॉटर स्टोरेज के लिए एक लाख लीटर क्षमता का टैंक है, लेकिन पानी का कनेक्शन नहीं होने के कारण वो भी खाली पड़ा है. कर्मचारी की भी भारी कमी है. अधिकारियों को बार-बार इस मामले के बारे में बताया जा चुका है लेकिन किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया.

भीषण गर्मी में आग लगने की घटनाएं काफी बढ़ जाती हैं. खेतों में पकी पकाई गेहूं की फसल में भी आग लगने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं. इन घटनाओं से निपटने के लिये फायर ब्रिगेड पूरी तरह से मुस्तैद है. लेकिन उसकी मुस्तैदी पर नगर परिषद की अनदेखी का ग्रहण भी लगा हुआ है.

बहादुरगढ़ में इन्द्रा मार्किट, एचएसआईआईडीसी और एमआईई में फायर स्टेशन बनाए गए हैं. एमआईई में 2 हजार से ज्यादा फैक्ट्रियां हैं और यहीं पर सबसे ज्यादा आग की घटना भी पिछले सालों में हुई है. लेकिन यहां के फायर स्टेशन पर पानी भरने के लिये लगाई गई सबमर्सिबल मोटर एक साल से खराब पड़ी है. पानी स्टोरेज के लिए जो टैंक बनाया गया है वो खाली हैं क्योंकि उसमें पानी सप्लाई का कनेक्शन ही नहीं जोड़ा गया है.

जानकारी देते दमकल विभाग के अधिकारी.

बता दें कि फायर स्टेशन सीधे-सीधे नगर परिषद के अधीन आता है. हर छोटी मोटी जरूरत के लिए फायर ब्रिगेड के अधिकारी नगर परिषद पर निर्भर रहते हैं.एक फायर टेंडर पर कम से कम 6 लोगों का स्टाफ होता है. लेकिन फिलहाल विभाग के पास सिर्फ 33 आदमी हैं और जरूरत 140 कर्मचारियों की है. फायर विभाग के पास तंग गलियों में आग बुझाने के लिये मोटरसाइकिल दी गई है. इसके अलावा 6 गाड़ियों की डिमांड और भेजी गई है, जो अभी तक पूरी नहीं हुई है.

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