झज्जरःठंड का मौसम होने के बावजूद भी झज्जर के बिरधाना गांव के लोगों के माथे का पसीना नहीं सूख रहा है. ये पसीना छूटा है बिजली विभाग की लापरवाही पर भेजे गए भारी-भरकम बिजली बिल को देखकर.
ग्रामीण बिजली मीटर की रीडिंग लेने वाले कर्मचारी की कार्यशैली को लेकर सवाल उठा रहे हैं. उनका आरोप है कि बिजली मीटर रीडर मौके पर न जाकर अपने घर में ही बैठकर उनके घरों की बिजली रीडिंग को अपने रिकार्ड में भर देता है. ग्रामीणों ने मामले में जांच की मांग की है.
लाखों का बिजली बिल देख छूटा ग्रामीणों का पसीना हजारों और लाखों का आता है बिजली बिल
ग्रामीणों का आरोप है कि बिजली विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही का परिणाम ये है कि जो बिजली बिल कुछ रूपयों का आता था, वो अब हजारों और लाखों रूपयों तक पहुंच गया है. आरोप ये भी है कि ग्रामीणों को उनके बिजली बिल घर पर पहुंचाने के बजाए एक जगह पर ही फेंक दिए जाते हैं. जिसकी वजह से उन्हें समय पर बिजली बिल भी नहीं मिल पाता. अपनी इन सभी समस्याओं को लेकर बिरधाना गांव के काफी संख्या में ग्रामीण झज्जर बिजली निगम कार्यालय पहुंचे.
हर बार होती है ऐसी लापरवाही- ग्रामीण
ग्रामीणों ने अपनी समस्या से अधिकारियों को अवगत कराया. हांलाकि अधिकारियों ने ग्रामीणों को उनका बिजली बिल ठीक करने का आश्वासन भी दिया है, लेकिन ग्रामीणों का कहना था कि उनके साथ इस बार नहीं बल्कि हर बार ऐसा होता है. बिजली बिल को ठीक तो कर दिया जाता है लेकिन रिकॉर्ड को दुरूस्त नहीं किया जाता. जिसका परिणाम ये है कि हर बार उन्हें इस प्रकार की समस्या से जूझना पड़ता है.
ये भी पढ़ेंः हजारों की संख्या में विधानसभा स्पीकर से मिलने पहुंचे रेहड़ी वर्कर्स, सौंपा ज्ञापन