झज्जर: हरियाणा से लगातार प्रवासियों मजदूरों को रजिस्ट्रेशन के बाद ट्रेन और बस से उनके राज्यों तक पहुंचाया रहा है. दूर राज्यों के मजदूर ट्रेन से भेजे जा रहे हैं और पड़ोसी राज्यों के प्रवासी मजदूरों को बसे के जरिए रजिस्ट्रेशन के बाद भेजा जा रहा है, लेकिन इस सब के बीच हालात के मारे इन प्रवासियों को अब काम करवाकर पैसे भी नहीं दिए जा रहे. झज्जर में पैदल जा रहे कुछ मजदूरों ने ETV भारत से कहा कि ठेकेदार ने हक के पैसे भी नहीं दे रहे हैं, ऐसे में घर से दूर रहकर काम करने का फायदा ही क्या है.
झज्जर में ETV भारत से बातचीत में मजदूरों ने कहा कि वो अनाज मंडियों में ठेकेदार के अंदर काम करते थे, इस दौरान उन्हें राशन के अलावा कोई पगार नहीं मिल रहा था. मजदूरों ने कहा कि करीब 35 हजार रुपए तक उनकी मजदूरी बनती है जो कि ठेकेदार की तरफ से नहीं दिया गया. ऐसे में उनके पास क्या उपाय है. कौन सुनेगा उनकी. मजदूरों ने ठेकेदार का नाम मनोज मोहन बताया है.