झज्जर: स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लिंग जांच रैकेट का भंड़ाफोड़ किया है. लिंग जांच गिरोह के रैकेट में बाहरी व्यक्तियों के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी भी शामिल बताए जा रहे हैं. इनमें विभाग की दो स्टॉफ नर्स,विभाग का एक पूर्व एम्बुलेंस चालक शामिल बताया जा रहा है.
हांलाकि विभाग ने मामले की पूरी जांच किए जाने के बाद विभाग से संबंधित कुछ बड़ी मछलियों के फंसने की आशंका जताई है. बताया जा रहा है कि लिंग जांच के ये तार गाजियाबाद से जुड़े हुए थे. जिसकी तह तक पहुंचने के लिए विभाग की टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ी. आखिरकार विभाग की टीम को इसमें सफलता हासिल हुई.
झज्जर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने किया लिंग जांच गिरोह का भंडाफोड़ लिंग जांच गिरोह में विभाग के तीन लोगों के अलावा आधा दर्जन से ज्यादा और लोगों के शामिल होने की पुष्टि विभाग द्वारा की गई है. फिलहाल इस मामले में विभाग के पूर्व एम्बुलेंस चालक सुमित निवासी वजीरपुर बेरी को काबू किया गया है. जिसके पास से 15 हजार रुपये बरामद किए गए हैं. बताया जा रहा है कि प्रारंभिक जांच में स्वास्थ्य विभाग की दो नर्स, एक पूर्व एंबुलेंस चालक सहित कुल आठ आरोपी सामने आए हैं. इन सभी के खिलाफ बेरी थाना में मामला दर्ज करवाया गया है.
दर्ज कराए गए मामले में बताया गया है कि स्वास्थ्य विभाग की एक स्टॉफ नर्स नीलम ने विभाग द्वारा तैयार किए गए नकली ग्राहक के साथ 70 हजार रुपये में लिंग जांच कराने की डील की थी. तय डील के मुताबिक मंगलवार सुबह एक पूर्व एंबुलेंस चालक सुमित शहर के छिक्कारा चौक पर पहुंचा और 70 हजार की नगदी लेने के बाद वो ग्राहक द्वारा लाई गई गाड़ी में बैठकर वहां से चल दिया. जिसके बाद उन्हें गाजियाबाद ले जाया गया. वहां पर उन्हें दो अन्य लोग मिलें. जो उन्हें घर में बनाए गए अल्ट्रासाउंड सेंटर तक ले गए. बहरहाल इस पूरी प्रक्रिया में गाजियाबाद से जुड़े हुए लोगों सहित आठ आरोपी सामने आए है.
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