झज्जर: जमीन अधिग्रहण के मुआवजे, बहादुरगढ़ में आर जोन और केएमपी से लेकर दिल्ली सीमा तक सड़क के साथ डाबौदा गांव में केएमपी पर कट खोलने जैसी 25 मांगों को लेकर किसान आन्दोलन कर रहे हैं. आन्दोलन की इसी कड़ी में हरियाणा स्वाभिमान आन्दोलन के बैनर तले किसानों ने 15 अगस्त के दिन रेल रोकने का एलान कर दिया है.
किसानों का 15 अगस्त को रेल रोकने का एलान. बुधवार को किसान आसौदा गांव से रोहद जाने वाली सड़क पर केएमपी के पास इकठ्ठा भी हुए लेकिन भारी पुलिस बल की मौजूदगी के कारण किसान रेल नहीं रोक पाए. इसी कारण किसानों ने रेल ट्रैक से करीब 300 मीटर दूर केएमपी पुल के नीचे धरना शुरू कर दिया.
पहले एसडीएम और डीएसपी ने किसानों से बात की लेकिन बात नहीं बन पाई. उसके बाद डीसी और एसपी ने करीब आधा घंटा किसानों से उनकी मांगों पर बात की लेकिन फिर भी बात नहीं बनी.
जिला उपायुक्त संजय जून ने बहादुरगढ़ से सम्बंधित दोनों मांगों को सरकार के पास भेजने की बात कही, लेकिन किसान चाहते थे कि बहादुरगढ़ की मांगों को पूरा करने की हां जिला उपायुक्त करें और बाकि मांगों को पूरा कराने के लिए प्रदेश के मुख्य सचिव को पत्र लिखा जाए जिस पर सहमति नहीं बन पाई.
वार्ता विफल होने के बाद किसानों ने एक बार फिर से पंचायत की. पंचायत में प्रशासन और सरकार को आज रात साढ़े 10 बजे तक का समय मांगों को पूरा करने के लिए दिया गया है. हरियाणा स्वाभिमान आन्दोलन के अध्यक्ष रमेश दलाल का कहना है कि अगर रात साढ़े 10 बजे तक मांग नहीं मानी गई तो 15 अगस्त को तिरंगा हाथ में लेकर किसान रेल को रोक देंगे और जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.