झज्जर:केंद्र सरकार की ओर से प्रवासी मजदूरों के पलायन को रोकने के लिए राज्य सरकार को सख्त निर्देश दिए गए हैं. निर्देशों के बाद झज्जर जिला प्रशासन ने भी राजधानी दिल्ली से सटी सभी सीमाओं को सील कर दिया है. प्रवासी मजदूरों के पलायन को रोकने के लिए शेल्टर होम बनाने शुरू कर दिए हैं. झज्जर जिले में 43 शेल्टर होम बनाए गए हैं. औद्योगिक क्षेत्र बहादुरगढ़ में 24 शेल्टर होम बनाए गए हैं. ये शेल्टर होम सामाजिक संस्थाओं की ओर से अपने स्तर पर बनाए गए हैं.
सुविधाओं के मोहताज प्रवासी मजदूर
बहादुरगढ़ नगर परिषद के मनोनीत पार्षद अशोक गुप्ता ने रेलवे रोड पर अग्रसेन धर्मशाला में एक शेल्टर होम बनाया है. जहां लोगों के रहने खाने की व्यवस्था की गई है लेकिन लोग ज्यादा होने के कारण अब वहां बिस्तरों की कमी पड़ गई है. प्रशासनिक अधिकारियों से बिस्तर उपलब्ध करवाने की भी मांग की है. इतना ही नहीं यहां सामाजिक संगठन बेघर और जरूरतमंद लोगों को खाना भी उपलब्ध करा रहे हैं.
झज्जर में प्रवासी मजदूरों के लिए बनाए गए शेल्टर होम ये भी पढ़ें-लॉकडाउन की वजह से ठप हुई चारे की आपूर्ति, भूख से तड़प रहा है गोवंश
बता दें कि बहादुरगढ़ में बनाए गए ज्यादातर शेल्टर होम सामाजिक संस्थाओं ने अपनी-अपनी समाज की धर्मशालाओं में स्थापित किए हैं. जहां रुकने वाले प्रवासी मजदूरों को ना तो सोने के लिए बिस्तर मिल पा रहे हैं और ना ही उनको मेडिकल सुविधाएं मिल पा रही हैं. हालांकि प्रशासनिक अधिकारी लगातार इन शेल्टर होम का दौरा कर व्यवस्था सुधारने की कोशिश कर रह हैं.