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हिसार में गायों की आत्मा की शांति के लिए यज्ञ, एक महीने में 529 गायें तोड़ चुकी हैं दम

हिसार में पिछले एक महीने में 529 गायों ने दम तोड़ दिया. इन गायों की मौत पर हिसार वासियों ने यज्ञ कर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की.

Yajna in Hisar on the death of cows
Yajna in Hisar on the death of cows

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Published : Jan 20, 2020, 3:29 PM IST

हिसार: जिले गौ अभ्यारण में हजारों गायों की मौत से दुखी शहर वासियों ने हिसार के टिब्बा दाना शेर पर हवन यज्ञ कर गायों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की. इस यज्ञ के दौरान शहरभर से काफी संख्या में लोग इकट्ठे हुए.

शहरवासियों ने पिछले दिनों लगातार हुई गायों की मौत पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि हिसार के गौअभ्यारण में जो हजारों की संख्या में गायों की मौत हुई है, उनकी आत्मा की शांति के लिए यज्ञ हवन किया गया है. शहरवासियों का कहना है कि उन्होंने यज्ञ हवन कर भगवान से प्रार्थना की है कि हजारों की संख्या में मरी हुई गायों की आत्मा को भगवान शांति प्रदान करें और उसका पाप शहर वासियों ना लगे.

गायों की मौत पर उनकी आत्मा शांति के लिए किया यज्ञ हवन

बता दें कि हिसार के गौ अभ्यारण में आधिकारिक रूप से 500 से ज्यादा गाय मर चुकी हैं. जिनका कारण ठंड और चारा एवं दवाइयों का ना होना है. जबकि शहर वासियों के मुताबिक 2 हजार से अधिक गाय हिसार के गौअभ्यारण में मर चुकी हैं. लोगों का कहना है कि वैसे तो प्रशासन गायों के रखरखाव की बड़ी-बड़ी बातें करता है और उनका रखरखाव नहीं कर पाता तो ये दिखावा क्यों कर रहा है?

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प्लास्टिक से हुई गायों की मौत
नगर निगम के कमिश्नर जय कृष्ण आभीर ने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा कि प्रशासन की तरफ से गौ अभ्यारण में सभी प्रकार की व्यवस्थाएं पहले ही की जा चुकी थीं. लगातार हो रही गायों की मौत को लेकर उन्होंने कहा कि जितनी भी मृत गायों का पोस्टमार्टम किया गया है उनके पेट से प्लास्टिक मिला है जिसके कारण उनकी मौत हुई है.

कमिश्नर ने डॉक्टरों का हवाला देते हुए कहा कि डाक्टरों की तरफ से भी कहा गया है कि आज नहीं तो कल इन गायों की मौत स्वभाविक है. निगम कमिश्नर ने कहा कि मौसम में परिवर्तन, तनाव, सर्दी और जगह परिवर्तन के कारण मौत हुई है.

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