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मौसम विभाग का अलर्ट, तेज ठंड से फसल बचाने के लिए हल्की सिंचाई करें किसान - हिसार मौसम वैज्ञानिक मदनलाल खींचड

जिले में बूंदाबांदी के आसार बने हुए हैं. रात में अधिक ठंड होती है ऐसे में सब्जी की फसलों को बचाने के लिए हल्की सिंचाई की जाए. धुंआ और फसलों पर धान का पुआल डालकर उनको बचाया जा सकता है.

light irrigation of vegetable crops
light irrigation of vegetable crops

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Published : Jan 4, 2020, 8:18 PM IST

हिसार: दिसंबर महीने की 14 तारीख से लेकर 31 तारीख तक लगातार दिन का तापमान भी सामान्य से लगभग 7 से 9 डिग्री कम रहा. वहीं रात्रि तापमान शून्य से भी कम आंका गया. कड़ाके की ठंड के बाद नए साल के उपलक्ष में मौसम ने भी हिसार के लोगों को राहत दी है. 1 जनवरी से 4 जनवरी तक लगातार तापमान में सुधार हो रहा है. प्रतिदिन सुबह से लेकर शाम तक होने वाली धूप ने आमजन के साथ-साथ किसानों के चेहरे पर भी मुस्कुराहट बिखेर दी है.

ठंड से इन फसलों को हो सकता है नुकसान

किसानों के माथे से फसल को लेकर चिंता की लकीरें एक बार फीकी पड़ गई हैं. शनिवार को हिसार का न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री और अधिकतम तापमान 20.9 डिग्री आंका गया. रात्रि के समय पड़ रही सर्दी को लेकर किसानों को सलाह दी गई है कि ठंड से अधिक प्रभावित होने वाली फसल जैसे आलू, टमाटर, मिर्च, मटर आदि में हल्की सिंचाई और धुआं करें.

मौसम वैज्ञानिक मदनलाल खीचड़

दो दिन निकली धूप

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक मदनलाल खीचड़ ने बताया कि 2 दिन दिसंबर माह में तापमान शून्य से भी कम आंका गया. पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव जम्मू और हिमाचल में हुआ है, हरियाणा में भी इसके प्रभाव की आशंका बनी हुई थी, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव हरियाणा में नहीं हुआ, जिसके कारण धूप निकल रही है.

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फसलों की करें हल्की सिंचाई

वहीं हवा पूर्व दिशा में चल रही हैं, जिसके बदलने की संभावना दिखाई दे रही है. उत्तरी और पश्चिमी हरियाणा में आने वाले 2 दिनों में बूंदाबांदी होने के आसार बने हुए हैं. मदनलाल खीचड़ ने किसानों को सलाह देते हुए कहा कि रात्रि तापमान अभी भी कम है, इसलिए ठंड से अधिक प्रभावित होने वाली फसल जैसे टमाटर, मिर्च, मटर, आलू आदि को ठंड से बचाएं. इसके लिए किसान फसलों में हल्की सिंचाई और धुंआ करें.

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