हिसार:उकलाना नगरपालिका के अधीन आने वाले उकलाना गांव की हालत बेहद खराब है. इस बस्ती में लोग खराब हालत में अपना जीवन यापन करने को मजबूर हैं. प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर करोड़ों रुपये की ग्रांट का फायदा इन लोगों को मिलता नहीं दिख रहा है. ऐसा लग रहा है कि ये लोग पात्र लोग प्रधानमंत्री आवास योजना वंचित हैं.
प्रधानमंत्री आवास योजना का मजाक
उकलाना गांव की ढाया बस्ती वार्ड नंबर 11 में 20 से 30 परिवार ऐसे हैं जिनके सर पर ना छत है और महिलाओं के नहाने के लिए ना पक्के बाथरूम हैं. ये लोग झुग्गी झोपड़ी में ही अपना गुजर बसर करने को मजबूर हैं. नगरपालिका उकलाना के इस वार्ड नंबर 11 में झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोगों का कहना है कि उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर फार्म की रसीद थमा दी गई. लेकिन आज तक उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिला है. आलम ये है कि यहां महिलाओं प्लास्टिक की पलियां बनाकर बाथरूम में नहाना पड़ता है.
लोगों के पास नहीं घर
यहां तक कि उनके नहाने के लिए बाथरूम की सुविधा भी नहीं है. इस वार्ड के लोग बार-बार नगरपालिका के चेयरमैन, नगर पालिका के सचिव और नेताओं से गुहार लगा चुके हैं. लेकिन बावजूद इसके अब तक उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई है. हालत ऐसी है कि चार परिवारों को एक साथ रहकर गुजर-बसर करना पड़ रहा है.