हिसार: हरियाणा के हिसार में जनसंवाद कार्यक्रम में पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली पहुंचे थे जहां सरपंचों ने कार्यक्रम में खूब बवाल किया. इसके साथ ही ब्लॉक समिति सदस्य और जिला पार्षद मंत्री के जनसंवाद कार्यक्रम में कुछ बोलने से पहले ही मंत्री के साथ जनसंवाद करने के लिए पहुंच गए. लेकिन मंत्री देवेंद्र बबली का विरोध (Sarpanchs protest in Hisar) होने की वजह से बिना बात किए ही कार्यक्रम को बीच में छोड़ कर चले गए. दरअसल सरपंचों ने ये बवाल इसलिए काटा क्योंकि सरपंच सरकार की ई-टेंडरिंग का विरोध कर रहे हैं.
विरोध करते-करते सरपंच कार्यक्रम से बाहर आ गए थे. जैसे ही पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली कार्यक्रम से जाने लगे तो उसी दौरान बाहर खड़े विरोधी सरपंच उनका इंतजार कर रहे थे. इस दौरान जैसे ही मंत्री का काफिला निकला वैसे ही सरपंचों ने उनकी गाड़ी का घेराव कर लिया. इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर विरोधी सरपंचों को हटाया. इसके बाद डीएसपी कप्तान भी मौके पर पहुंचे. एसडीएम जयवीर यादव ने भी किसानों को समझाने की कोशिश की लेकिन वह अपने विरोध पर ही अड़े रहे.
विरोध करने वाले सरपंचों (Sarpanchs protest against Panchayat Minister) ने सरकार की ई-टेंडरिंग कंडीशन का विरोध किया और कार्यक्रम से बाहर आ गए. सरपंचों का कहना है कि वह अपनी मर्जी से अपने गांव की एक गली भी नहीं बनवा सकते. सरपंचों के अपने स्तर पर काम करने की रकम भी घटा दी गई है. आपको बता दें कि इससे पहले जींद में भी सरपंचों ने मंत्री देवेंद्र बबली (Sarpanchs protest in Hisar) के कार्यक्रम को छोड़कर चले गए थे. सरपंच 50 लाख तक के काम बिना ई-टेंडरिंग के कराने की मांग कर रहे है. जबकि पहले भी मंत्री बबली इस मांग को ठुकरा चुके हैं और पारदर्शिता की बात कह चुके हैं. इससे पहले कैथल और सोनीपत में भी हुटिंग हो चुकी है. सरपंच बार-बार मानदेय और राइट टू रिकॉल का विरोध कर रहे हैं.
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