हरियाणा

haryana

ETV Bharat / state

राखीगढ़ी से खुलती इतिहास की परतें, शोध-हड़प्पा सभ्यता से कृषि का विस्तार भारत में हुआ

राखीगढ़ी के इतिहास की परतें अब खुलने लगी हैं. हाल में हुए एक शोध में सामने आया है कि राखीगढ़ी पहले एक छोटा कस्बा था. वो बाद में सुनियोजित नगर के रूप में उभर कर सामने आया.

rakhigarhi research that harappan civilization expanded agriculture in india
राखीगढ़ी से खुलती इतिहास की परतें, शोध-हड़प्पा सभ्यता से कृषि का विस्तार भारत में हुआ

By

Published : Nov 3, 2020, 1:19 PM IST

हिसार: हड़प्पा सभ्यता के समय में हड़प्पन लोग दूध और दूध से बनी वस्तुओं जैसे कच्ची लस्सी, दही, मखन, पनीर आदि का प्रयोग अधिक करते थे. उसी समय की परंपरा आज भी पूरे भारत में चली आ रही है. समय के अनुसार बर्तन बदल गए क्योंकि उस समय के लोग मिट्टी के बर्तनों का उपयोग करते थे और अब उनकी जगह स्टील और अन्य धातु के वर्तन आ गए. एक शोध में ये भी पता चला है कि हड़प्पा कालीन सभ्यता में जिस कृषि की शुरुआत हुई थी. उसका विस्तार भी भारत में ही हुआ है. इस बात की पुष्टि शोधकर्ता एवं पुणे स्थित डेक्कन कॉलेज के पूर्व कुलपति प्रोफेसर वसंत शिंदे ने की.

राखीगढ़ी से खुलती इतिहास की परतें, शोध-हड़प्पा सभ्यता से कृषि का विस्तार भारत में हुआ

दर-परतदर खुलती राखीगढ़ी के इतिहास की परतें

राखीगढ़ी में अस्तित्व फाउंडेशन की ओर से आयोजित हेरिटेज सागा ऑफ राखीगढ़ी कार्यक्रम किया गया. जिसमें बाहर से आए सभी लोगों को सभी साइटों का भ्रमण कराया गया. साइटों पर हुई खुदाई की जानकारी दी. भारतीय इतिहास की जानकारी के लिए इस प्रकार के आयोजन बहुत जरूरी है. राखीगढ़ी की साइट के बारे में काफी गलतफहमियां दूर हुई हैं.

पत्रकारों से बातचीत में वसंत शिंदे ने बताया कि मानव सभ्यता के विकास क्रम की शुरुआत राखीगढ़ी से ही हुई थी. इसके बाद हड़प्पा सभ्यता का विकास हुआ. राखीगढ़ी पहले एक छोटा कस्बा था. वो बाद में सुनियोजित नगर के रूप में उभर कर सामने आया. एक शोध में ये भी सामने आया है कि यहां के लोग आर्य थे. हड़प्पा कालीन सभ्यता के लोगों का डीएनए आर्यन लोगों के डीएनए से मेल खाता है. जिससे ये साफ हो गया कि आर्यन लोग यही के थे. हड़प्पा कालीन लोगों का जीन 5 हजार वर्ष पुराना है. पूरे देश में हड़प्पन लोगों के जीन मेल खा रहे हैं.

शिंदे ने की ग्रामीणों से सहयोग की अपील

भारत के सभी नागरिक हड़प्पन सभ्यता के वंशज हैं. भारत का जो प्राचीन इतिहास है ये उसको नई दिशा देने वाला शोध है. हरियाणा के राखीगढ़ी से ही हड़प्पा कालीन सभ्यता की शुरुआत हुई थी. सभी शोध को सरकार के संज्ञान में लाया गया है. लोगों को इस के बारे में और भी जानकारी मिलेगी ताकि इतिहास के बारे में लोगों की गलतफहमियां दूर हो जाएं. वसंत शिंदे ने कहा कि प्राचीन सभ्यता के बारे में लोग बहुत कम जानते हैं. अगर हड़प्पा कालीन सभ्यता की सुरक्षा करने में ग्रामीणों का सहयोग सरकार को लेना चाहिए. जब गांव के लोगों को इसकी अहमियत का पता लगेगा तभी लोग इसमें सहयोग करेंगे.

ये भी पढ़ें:-खास बातचीत: कांग्रेस प्रत्याशी इंदु राज नरवाल ने किया जीत का दावा

वसंत शिंदे ने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से जारी बजट में कितना बजट रिसर्च पर खर्च होगा और कितना साइट के डेवलपमेंट पर खर्च होगा? ये सरकार को तय करना है. जिसमें हम भी सरकार का सहयोग करेंगे.

ABOUT THE AUTHOR

...view details