हिसार: कहते हैं जो दूसरों के लिए जीए इंसानियत उसी का नाम है. जब इंसान अपने दुख दर्द भूलकर दूसरों के लिए नेक काम करना शुरू कर देता है तो असल मायने में वो ही इंसान कहलाता है. कुछ ऐसी ही मिसाल हिसार के पाबड़ा गांव (Pabda Village Hisar) के रहने वाले शमशेर कुंडू ने पेश की है. पांच साल पहले शमशेर ने अपने 19 साल के भतीजे को हादसे में खो दिया था. भतीजे की मौत ने उन्हें अंदर तक झकझोर कर रख दिया. इसके बाद से ही शमशेर कुंडू ने अब अपने जीवन का एक मकसद बना लिया है वो यह कि लोगों को सड़क हादसों से उन्हें बचाना है.
टैक्टर की टक्कर से हुई थी भतीजे की मौत- 8 सितम्बर 2016 की बात है, नवीन अपनी बाइक से खेत की तरफ जा रहा था. तभी सामने से आ रहे ट्रैक्टर ने नवीन को टक्कर मार दी. दो दिन तक हॉस्पिटल में उसका इलाज चला. इसके बाद नवीन की मौत हो गई. उन्होंने कहा कि आज वो होता तो 25 साल का हो गया होता. इसके बाद से ही मैने अपने भतीजे की याद में सड़क सुरक्षा से जुड़ा अभियान शुरू किया ताकि किसी को भी हादसे में अपनी जान ना गंवानी पड़े.
5 साल पहले हादसे में भतीजे को खोया, अब हरियाणा में लोगों को सिखा रहे रोड सेफ्टी के नियम सड़कें ठीक करवाने का उठाया जिम्मा- शमशेर कुंडू पिछले 5 साल से प्रदेश भर की टूटी हुई सड़कों को ठीक कराने का भी जिम्मा उठा रखा है. अब तक 1250 रोड संबंधित समस्याओं का समाधान करवा चुके हैं. सड़क सुरक्षा को लेकर वह 24 घंटे तैयार रहते हैं. वक्त कोई भी हो, सड़क पर गड्ढे या फिर ब्लैक स्पॉट होने की बात सामने आने की सूचना मिलते ही शमशेर कुंडू फौरन वहां मौजूद समस्याओं को हल कराने की कोशिश में जुट जाते हैं. कुंडू तब तक घर नहीं लौटते जब वे उस समस्या का सामाधान नहीं करवा लेते.
कुंडू अब तक सैकड़ों लोगों की जान बचा चुके हैं. कई लोग जुड़ते गए साथ- शमशेर कुंडू अपने इस अभियान से अब तक 16 जिलों से हजारों लोग जुड़ चुके हैं. ये लोग वालंटियर के तौर पर उनकी सहायता करते है. कुंडू का कहना है कि उनका सिर्फ एक ही उद्देश्य है हरियाणा में 6 हजार से ज्यादा गांव हैं और वह चाहते हैं कि प्रदेश के हर एक गांव का एक एक व्यक्ति उनके साथ इस मुहिम से जुडे़ ताकि हरियाणा के सभी क्षेत्रों से ब्लैक स्पॉट को खत्म किया जा (Black Spot In Haryana) सके.
शमशेर कुंडू हजार से ज्यादा सड़क समस्याओं का निपटारा करा चुके हैं. प्रदेशभर के युवाओं को कर रहे जागरूक- शमशेर कुंडू पिछले 5 साल से हरियाणा में सड़क नियमों के बारे में लोगों को जागरूक कर रहे (Road Safety Rule Haryana) हैं. इसके लिए स्कूलों में अभियान चलाए हुए हैं. कुंडू पिछले 5 सालों से ना केवल हिसार बल्कि हरियाणा के अनेकों जिलों में स्थित स्कूल कॉलेज जाकर युवाओं को रोड सेफ्टी नियमों के बारे में जागरूक कर रहे हैं. शमशेर कुंडू ने अब अपने जीवन का मकसद बना लिया है कि लोगों की सड़क हादसों से बचाना है.
मिल चुका है राष्ट्रीय अवॉर्ड- रोड सेफ्टी के लिए 5 साल से काम करते-करते कुंडू ने इतनी पहचान बना ली है कि उनकी इस मुहिम के चर्चे केंद्र सरकार तक पहुंच चुके हैं. 40 साल के शमशेर कुंडू को दिल्ली में आयोजित सड़क सुरक्षा सप्ताह कार्यक्रम (road safety week 2022) में नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है. ये अवॉर्ड उन्हें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह की ओर से मिला है. शमशेर सिंह कुंडू ने यह सम्मान भी अपने दिवंगत भतीजे नवीन कुंडू के नाम किया है.
कुंडू के इस अभियान से हजारों लोग जुड़ चुके हैं. बचा चुके हैं सैकड़ों जानें- कुंडू का मानना है कि अब तक ब्लैक स्पॉट और सड़क पर गड्ढों को खत्म करवाकर वे सैकड़ों लोगों की जान बचाने कामयाब हुए हैं. उन्होंने कहा कि जब तक जिंदा रहूंगा तक सड़क सुरक्षा को लेकर काम करता रहूंगा. शमशेर कुंडू जैसे लोग एक मिसाल हैं. जो अपने दुख से उबरने के साथ-साथ दुनिया के लिए भी नेक काम कर रहे हैं.