हिसार: रूस यूक्रेन युद्ध के चलते हजारों भारतीय छात्र यूक्रेन में फंसे (Indian students trapped in Ukraine) हुए हैं. लोग शहर को छोड़कर सुरक्षित जगहों पर पनाह ले रहे हैं. युद्ध में यूक्रेन की राजधानी कीव अभी तक ज्यादा प्रभावित हुई है. शहर के ज्यादातर हिस्सों में रशियन मिलिट्री ने अपना कब्जा कर लिया है. इस बीच खारकीव में फंसे हजारों भारतीय बच्चों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है.
खारकीव में फंसे अमन, हर्ष, विनय, सिखा, सुकेश, गौरव, आइंस्टीन ने ईटीवी भारत हरियाणा से बातचीत की. और वहां के हालात साझा किए. ये सभी एमबीबीएस के छात्र हैं. इनमें से अमन हरियाणा के रहने वाले हैं. ईटीवी भारत के माध्यम से यूक्रेन के खारकीव शहर में फंसे भारतीय छात्रों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई. बातचीत के दौरान हिसार के पाबड़ा गांव के रहने वाले अमन और उनके साथियों ने बताया कि जान बचाने के लिए वो बंकर में रह रहे हैं.
बंकर में छिपकर बचा रहे जान: छात्रों ने कहा कि हम भारतीय एंबेसी से लगातार संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कोई फोन नहीं उठा रहा है. उन्होंने कहा कि हम हॉस्टल के नीचे बंकर में छिप कर अपनी जान बचा रहे है. सड़कों पर रशियन मिलिट्री घूम रही है. हमारे पास खाने-पीने के लिए भी बेहद कम राशन बचा है. सिर्फ 2 घंटे के लिए दिन में कर्फ्यू खुला है. उसमें राशन का इंतजाम करना मुश्किल है क्योंकि सामान लेने के लिए लंबी लाइनें लग जाती हैं. एटीएम मशीन में पैसे खत्म हो चुके हैं.
धीरे-धीरे खत्म हो रहा राशन: सुपर मार्केट और दुकानें भी खाली हो गई हैं. जिससे की उनकी परेशानी बढ़ती जा रही हैं. छात्रों ने कहा कि अगर आने वाले 3 से 4 दिन के अंदर हमारा रेस्क्यू नहीं किया गया तो हमारे पास खाने के लिए भी कुछ नहीं बचेगा. छात्रों ने कहा कि अभी तक सरकार उन छात्रों को लेकर गई है जो कीव से कई किलोमीटर दूर सुरक्षित हैं. हम तो यहां से निकल भी नहीं सकते क्योंकि बाहर कर्फ्यू लगा है. वहां फंसे छात्रों ने मैप शेयर कर अपनी लोकेशन बताई है.