हिसार: एबिक (एग्रीबिजनेस इन्क्यूवेशन सेंटर) द्वारा आयोजित की जाने वाले पहली इनवेस्टर्स मीट का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक राजीव महाजन ने की, जबकि नाबार्ड मुंबई के मुख्य महाप्रबंधक देवाआशीष पाड्डी विशिष्ट अतिथि थे. इस दौरान मुख्यातिथि ने एबिक केंद्र के विजन डॉक्युमेंट का भी लोकार्पण किया. मुख्यातिथि ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे उद्योग स्थापित करने से किसान और लघु उद्योगों के परिवहन का खर्च भी घट जाएगा और आमदनी में इजाफा होगाा. इसके अलावा बिचौलिया प्रथा पर भी रोक लग सकेगी.
उन्होंने कहा कि एग्री इंक्युबेटर को स्थापित करने में भारत सरकार की नाबार्ड व राष्ट्रीय कृषि विकास योजना का अह्म योगदान है. अब इन्वेस्टर भी एबिक से जुडक़र एग्री स्टार्टअप्स का सहयोग करेंगे. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में स्थापित एबिक केंद्र एक लीडर के रूप में काम करते हुए अन्य कृषि विश्वविद्यालयों में नए इंक्युबेटर सेंटर खोलने के लिए एक आदर्श के रूप में स्थापित हो रहा है. इससे नए एग्री इन्क्युबेशन केंद्र खोलने के लिए बनने वाली पॉलिसी में भी मदद मिलेगी.
प्रोफेसर समर सिंह ने कहा कि बागवानी, फल-सब्जियों और फूलों के उत्पादन की बाजार में बहुत अधिक डिमांड है. कोरोना काल में लगभग सभी उद्योग धंधे प्रभावित हुए लेकिन कृषि और इससे जुड़े उद्योगों ने देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है. इसलिए इस क्षेत्र में अधिक से अधिक निवेश की संभावनाएं हैं. मीट की संयोजक एबिक की फाइनेंस मैनेजर मनीषा मणि जबकि सह-संयोजक अर्पित तनेजा ने सभी का स्वागत किया और इनवेस्टर्स मीट की विस्तृत जानकारी दी.
एबिक की सफलता पर ही निर्भर है नाबार्ड की भविष्य की योजनाएं : मुख्य महाप्रबंधक