हिसार: पेट्रोल और डीजल की ऊंची कीमतें और पेट्रोल पंप पर होने वाली ठगी, इन दोनों से ही आम आदमी की जेब पर बोझ बढ़ता है. ऐसे में आपको पेट्रोल पंप पर तेल लेते समय ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए. इसी बीच ये सवाल भी पैदा होता है कि पेट्रोल पंप पर क्वालिटी और क्वांटिटी को कैसे मैनेज किया जाता है. आखिर कैसे तेल भरवाने आया शख्स तेल की गुणवत्ता पर भरोसा करे? इसी को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने पेट्रोलियम एक्सपर्ट रुपेंद्र मलिक से बातचीत की.
क्या तेल में मिलावट करना आसान है?
रुपेंद्र मलिक का कहना है तेल में मिलावट करना आसान नहीं है. अगर तेल के टैंक में पानी भरता है तो सबसे पहले वो पेट्रोल या डीजल में मिक्स नहीं होता और नीचे बैठ जाता है. मशीन हमेशा ऊपर से ही फ्यूल उठाती है. अगर पानी डाला भी जाए तो वो नीचे ही रह जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर किसी कारण से पानी आ भी जाए तो मशीन तक नहीं पहुंचेगा. मॉइस्चराइजर सेंसर तुरंत मशीन को ब्लॉक कर देगा और सप्लाई बंद हो जाएगी.
मशीन में गड़बड़ी कर हो सकता है घपला?
अक्सर पंप पर तेल भरवाते समय एक बात मन में खटकती है कि कहीं पेट्रोल पंप मालिक नापतोल में कोई घपला तो नहीं कर रहा. तो इस सवाल पर रुपेंद्र मलिक कहते हैं कि अब अधिकतर पेट्रोल पंप पर नई मशीनें लगी हैं और इसमें गड़बड़ी संभव नहीं है. अगर फिर भी मशीन से कोई छेड़खानी हुई तो वो ब्लॉक हो जाएगी और इसका सीधा अलर्ट मुंबई हेड क्वार्टर जाएगा, यानी कि मशीन में गड़बड़ी करना इतना आसान नहीं है.