हिसार:ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर बुधवार को हुई राष्ट्रव्यापी हड़ताल में प्रदेश के सभी संगठनों ने हिस्सा लिया. रोडवेज कर्मचारियों ने भी इस राष्ट्रव्यापी हड़ताल में हिस्सा लिया. हिसार में भी रोडवेज की हड़ताल का असर देखने को मिला. हिसार बस स्टैंड में रोडवेज बसों का आवागमन पूरी तरह से बंद रहा, हालांकि समय बीतने के साथ-साथ प्रशासन ने होमगार्ड की सहायता से कुछ बसें चलाई.
रोडवेज कर्मचारी नेताओं का दावा है कि हड़ताल 80 प्रतिशत तक सफल रही है. हिसार बस स्टैंड पर किसी भी प्रदर्शन से निपटने के लिए पुलिस बल के साथ वज्र वाहन, वाटर कैनन, एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर तैनात रही. रोडवेज की हड़ताल से यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. यात्रियों को अपने गंतव्य स्थान तक जाने के लिए प्राइवेट बसों का सहारा लेना पड़ रहा है.
हिसार में दिखा हड़ताल का असर, 80 प्रतिशत तक रोडवेज रहीं बंद हड़ताल पर हरियाणा के कर्मचारी
वहीं हिसार में नगर निगम, बिजली विभाग, पशुपालन विभाग, शिक्षाक, सफाई कर्मचारी और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी भी हड़ताल पर रहे. बिजली और स्वास्थ्य सेवाओं की बात की जाए तो सभी आपातकालीन सेवाएं जारी रखने की बात हड़ताली कर्मचारियों की तरफ से कही जा रही हैं.
80 प्रतिशत सफल रोडवेज हड़ताल
रोडवेज यूनियन नेता दलबीर किरमारा ने हड़ताल को लेकर कहा कि हड़ताल लगभग 80 प्रतिशत तक सफल रही है. उन्होंने कहा कि हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, पलवल, दादरी, भिवानी, अंबाला, सोनीपत और फरीदाबाद आदि जिलों में हड़ताल 95 प्रतिशत तक सफल रही है. अन्य जिलों में कुछ बसें ही चली हैं. रोडवेज की हड़ताल को आमजन का भी समर्थन मिल रहा है. निजीकरण किए जाने से आमजन को रोडवेज में मिलने वाली छूट खत्म हो जाएगी.
बढ़ सकती है हड़ताल
प्रशासन की तरफ से कच्चे कर्मचारियों के हड़ताल में शामिल होने पर उन्हें बर्खास्त किए जाने के निर्देशों को लेकर दलबीर किरमारा ने कहा कि इस प्रकार की भाषा प्रशासन की पहले भी रही है और कार्रवाई भी होती रही हैं. सरकार ने जब कभी भी ट्रेड यूनियनों के अधिकार पर हमले बोले हैं, तभी कर्मचारियों का आक्रोश बढ़ा है. यदि इस प्रकार की कार्रवाई की गई तो हड़ताल आगे भी बढ़ सकती है.
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सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के नेता सुरेंद्र मान ने कहा कि पूरे देश में हड़ताल के साथ भारत बंद भी है. किसान दूध और सब्जियों की सप्लाई नहीं करेंगे. हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिल रहा है. प्रदेश के विभागों के साथ केंद्र के विभाग भी हड़ताल पर हैं. हिसार में पानी सप्लाई भी नहीं छोड़ी गई है. वहीं रोडवेज की कुछ बसें जीएम ने निकलवाई हैं. स्वास्थ्य विभाग और बिजली विभाग में आपातकालीन सेवाएं जारी रखी जाएंगी.
स्कूलों की हुई छुट्टी
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के पवन कुमार का कहना है कि स्कूलों की छुट्टी हो चुकी है, लेकिन शिक्षक भी इस हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं. केंद्र और राज्य की सरकार सार्वजनिक क्षेत्र की शिक्षा का निजीकरण करने की कोशिश कर रहे हैं. जिसको लेकर शिक्षक भी हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं.
हडताल में शामिल क्लेरिकल स्टॉफ, माली और फायर कर्मचारी
नगर निगम कर्मचारी संघ के प्रधान प्रवीण कुमार ने कहा कि नगर निगम का क्लेरिकल स्टॉफ, माली और फायर आदि के सभी कर्मचारी हड़ताल में शामिल हैं. सभी कर्मचारी निजीकरण का विरोध कर रहे हैं. जब तक ठेका प्रथा और निजीकरण को बंद नहीं किया जाएगा, इस प्रकार टकराव होता रहेगा.