हिसार: करोना काल के दौरान जिन स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना योद्धा की उपाधी दी गई थी, गलियों में, सड़कों पर जिनपर फूल बरसाए गए थे, आज वो कोरोना योद्धा भीषण गर्मी का 45 डिग्री टॉर्चर सहने के मजबूर हैं. कोरोना योद्धाओं ने हरियाणा सरकार और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज पर अनदेखी का आरोप लगाया है. जिसके विरोध में स्वस्थ्य कर्मचारियों ने हिसार में प्रदर्शन (health workers protest in hisar) किया.
दरअसल मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कोरोना काल में काम करने वाले स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को दोगनी तनख्वाह देने का ऐलान किया था, लेकिन तब स्वास्थ्य कर्मचारियों ने सीएम के इस ऑफर को ठुकरा दिया था. स्वास्थ्य कर्मियों ने कहा था कि जनसेवा उनका कर्तव्य है और वो उसी का पालन कर रहे हैं. इसके बाद भी हरियाणा सरकार की तरफ से एनएचएम कर्मचारियों को लिए कई वादे किए गए, जो सिर्फ कागजों तक की सीमित रह गए.
गर्मी का 45 डिग्री टॉर्चर सहने को मजबूर हरियाणा के कोरोना योद्धा, सरकार पर अनदेखी का आरोप सरकार के इन वादों को याद दिलाने के लिए एनएचएम कर्मचारियों ने पूरे प्रदेश में सांकेतिक हड़ताल (nhm workers protest in hisar) भी की. साल 2020 में सरकार की तरफ से फिर इन कर्मचारियों को एकमुश्त ₹5000 की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की गई थी. जो आज भी सिर्फ घोषणा ही है. 2 नवंबर 2021 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कर्मचारियों की जनसेवा और काम को देखते हुए वेतन आयोग का लाभ देने की घोषणा की और आज 8 महीने बाद भी इस घोषणा पर कोई काम नहीं हुआ.
एनएचएम कर्मचारी सुमित शर्मा ने बताया कि कई बार प्रोत्साहन राशि और सातवें वेतन की आयोग के लाभ को लेकर वो अधिकारियों से मांग कर चुके हैं, लेकिन कोई असर नहीं हुआ है. विभाग की तरफ से तीन बार दस्तावेज व एप्लीकेशन मांगे जा चुके हैं, लेकिन एक पैसा तक नहीं दिया गया है. अधिकारी इन सब को फाइलों में ही दबा रहे हैं. इन मामलों को लेकर स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों का कहना है कि इसको लेकर प्रक्रिया चल रही है और जल्द ही इसका समाधान हो जाएगा. हरियाणा में 13500 करीब एनएचएम कर्मचारी हैं जिनको ये लाभ दिया जाना है. जिनमें से 752 कर्मचारी हिसार हैं.
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