हिसार: हांसी में 11 लाख की लूट और कार में कारोबारी को जिंदा जलाने की कहानी से पर्दा उठ चुका है. जिसे जलाया गया था वो जिंदा है. सारी कहानी झूठी है और गढ़ी गई थी. राममेहर जिंदा है. पुलिस के मुकाबिक राममेहर ने खुद अपनी मौत की कहानी रची, वो भी 2 करोड़ के इंश्योरेंस के लिए.
बिजनेस में घाटे के कारण राममेहर काफी समय से परेशान रहता था और नई जिंदगी की शुरुआत करना चाहता था, लेकिन इस फिल्मी स्टाइल वारदात के बारे में उसने पहले तो अपनी महिला मित्र को कुछ नहीं बताया, लेकिन वारदात को अंजाम देने के बाद अपनी करतूत की सारी कहानी गर्लफ्रेंड के सामने जाहिर कर दी और यहीं से पुलिस को राममेहर के सुराग लगने शुरु हो गए और पुलिस ने सिर्फ 72 घंटे के अंदर ही दुनिया की नजरों में मर चुके राममेहर को जिंदा साबित कर दिया.
कैसे हुआ पुलिस को शक?
पुलिस को उस समय इस केस में लीड मिली जब पता चला कि व्यापारी के मरने के बाद भी उसका फोन एक्टिव रहा. व्यापारी ने अपने नंबर से एक महिला को फोन किए थे. ये फोन दिन में कई बार किए और इस पर घंटों तक बात हुई. पुलिस को हैरानी हुई की मरने के बाद भी नंबर एक्टिव कैसे है और ये महिला कौन है. बस इसके बाद कड़ी से कड़ी जुड़ी और हांसी पुलिस ने 72 घंटे के अंदर-अंदर मामले से पूरी तरह से पर्दा हटा दिया है.