हिसार: जिले में स्थापित होने वाले एयरपोर्ट से यातायात की उच्च स्तरीय सुविधाओं के साथ-साथ रोजगार की अपार संभावनाएं पैदा होंगी. इस एयरपोर्ट की स्थापना से शोध और शिक्षण की दिशा में भी बहुत अधिक फायदा होने वाला है. इसी कड़ी में गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने ऐरोस्पेस इंजीनियरिंग और इससे सम्बंधित कोर्स शुरु करने की योजना बना रहा है.
गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय ऐरीजोना स्टेट यूनिवर्सिटी, यूएसए के संयुक्त तत्वाधान में एक इंटरनेशनल ड्यूअल डिग्री बीटेक प्रोग्राम शुरु करने की योजना बना रहा है. इस प्रोग्राम में ऐरोन्यूटिकल इंजीनियरिंग और एस्ट्रोन्यूटिकल इंजीनियरिंग का स्पेशलाइजेशन होगा.
इस प्रोग्राम के तहत गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय हिसार में अंडरग्रेजुएट ऐरोस्पेस इंजीनियरिंग प्रोग्राम में दाखिल विद्यार्थी सफलतापूर्वक दो साल पूरे करने के बाद एरीजोना स्टेट यूनिवर्सिटी, यूएसए में संबंधित क्षेत्रों में दाखिले के लिए आवेदन करेगा और अगले दो साल में गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय हिसार और ऐरीजोना स्टेट यूनिवर्सिटी, यूएसए विद्यार्थी को संयुक्त रूप से स्नात्तक की उपाधि प्रदान करेंगे.