हिसार: एक ओर जहां पूरा देश कोरोना वायरस जैसी महामारी से जंग लड़ रहा है. वहीं इस वक्त किसान भी अपनी गेंहू की फसल को लेकर चिंतित नजर आने लगा है. उकलाना क्षेत्र के किसानों की चिंता की एक वजह उकलाना इलाके में होने वाली आगजनी की घटनाएं भी हैं.
उकलाना क्षेत्र में बहुत लंबे समय से फायर ब्रिगेड की गाड़ी ना होने के कारण गाड़ी की मांग उठती रही है. जिसको लेकर लोगों ने धरने प्रदर्शन किए और सरकार को ज्ञापन सौंपा, तब जाकर अब कहीं उकलाना में फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंच पाई है, लेकिन उकलाना में पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ी सफेद हाथी बनकर रह गई.
उकलाना मार्केट कमेटी में फायर ब्रिगेड की गाड़ी बनी सफेद हाथी दरअसल, उकलाना में फायर ब्रिगेड की गाड़ी तो पहुंच गई, लेकिन उसके चलाने के लिए एक भी कर्मचारी उकलाना में नहीं है. लंबे समय से लंबित पड़ी दमकल की गाड़ी की मांग को अब पूरा तो किया गया, लेकिन उस पर एक भी कर्मचारी नहीं होने के कारण अब ये गाड़ी सिर्फ मार्केट कमेटी की शोभा बढ़ा रही है.
दूसरी ओर उकलाना में दमकल विभाग से हटाए गए कर्मचारियों ने भी इस संदर्भ में कहा है कि वो कोर्ट के आदेश अनुसार अगर उकलाना में दमकल की गाड़ी आती है तो सबसे पहले उन्हें रखा जाना चाहिए. उन्होंने ये भी कहा है कि अगर कोरोना के चलते उन्हें बिना मेहनताना के भी अपनी सेवाएं देनी पड़े तो उसके लिए भी वो तैयार हैं.