हिसार: किसान सभा के जिला सचिव मण्डल की बैठक पृथ्वी-प्रभात भवन में जिला प्रधान शमशेर नम्बरदार की अध्यक्षता में हुई जिसमें अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति, दिल्ली के आह्वान पर तीन किसान विरोधी काले कानूनों के विरोध में 5 नवम्बर को जिले में दो गांवों में रोड रोके जाने का फैसला किया गया.
किसान सभा के जिला सचिव धमबीर कंवारी ने बताया कि गांव कालीरावण बस अड्डा, तहसील आदमपुर में दोपहर 12 बजे से सायं 4 बजे तक तथा बरवाला और उकलाना तहसील की ओर से गांव सरसौद में रोड़ रोका जाएगा. उन्होंने बताया कि हाल में केन्द्र सरकार प्रदूषण के नाम पर, पराली जलाने वाले किसान पर एक करोड़ के जुर्माना और पांच साल जेल करने का काला अध्यादेश लेकर आई है.
किसानों का कहना है कि सरकार सोच रही है कि किसान अब इस अध्यादेश का विरोध करना बंद कर देंगे और तीन काले कानून भूल जाएंगे, किन्तु किसान ना तीन काले कानून भूलेंगे, ना अपनी स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग भूली है, और ना कर्ज मुक्ति की मांग भूले हैं. बिजली के निजीकरण के लिए, ताकि किसानों को सिंचाई के लिए सस्ती सब्सिडी की बिजली ना देनी पड़े.
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उन्होंने बताया कि बिजली एमेंडमैन्ट बिल 2020 का विरोध करना भी नहीं भूले हैं. किसानों को सब याद है और इन सबके लिए पूरे प्रदेश के किसान आगामी 9 नवम्बर को करनाल में मुख्यमंत्री के आवास को घेर कर चुनौती देंगे. किसान सभा ने चेतावनी दी है कि किसान इन काले कानूनों को लागू नहीं करने देंगे. इसी संदर्भ में 26-27 नवम्बर को सारे देश का किसान दिल्ली को चारों तरफ से घेरेगा.