हिसार:मंगलवार को नारनौंद हल्के के 17 गांवों के किसान लघु सचिवालय हिसार पहुंचे. पैदल यात्रा करते हुए लघु सचिवालय हिसार पहुंचे किसानों ने विरोध करते हुए सीएम मनोहर लाल और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का पुतला फूंका. किसानों ने कहा कि डिप्टी सीएम के साथ जो समझौता हुआ था उसे अभी तक लागू नहीं किया गया है. किसानों ने कहा कि हिसार में जलभराव होने के साथ ही जिले के कई क्षेत्रों में भी जल जमाव की स्थिति बनी हुई है. उन्होंने कहा कि यहां न तो पाइप लाइन डाली गई है और न ही ड्रेन से पानी निकाला जा रहा है.
क्या है किसानों की मांग?:किसानों ने कहा कि बारिश के सीजन से पहले पानी निकासी का प्रबंध करें. इसके साथ भावांतर स्कीम में बाजरे को शामिल किया जाए. सरकार के द्वारा जल्द से जल्द स्पेशल गिरदावरी करवाकर मुआवजा दिया जाए. वहीं, डीसी से मिलने के बाद किसान नेता सुरेश कोथ ने कहा कि डीसी ने उनकी मांगों पर सकारात्मक विचार किया है, इसलिए उन्होंने वहां पड़ाव न डालने का फैसला किया है.
डिप्टी सीएम के साथ किसानों का समझौता: किसानों की पैदल यात्रा 10 फरवरी को खेडी चौपटा से शुरू हुई थी. संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य और भारतीय किसान मजदूर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कोथ ने बताया कि 17 गांवों के किसानों की सहायता राशि को लेकर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के साथ किसानों का जो समझौता हुआ था, उसके अनुरूप सहायता राशि वितरित नहीं की जा रही है.