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हिसार: केंद्र सरकार के तीन कृषि अध्यादेशों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन - Farmers protest Bahbalpur toll plaza hisar

किसानों का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उनके साथ बदसलूकी की. जिससे गुस्साए किसानों ने बहबलपुर टोल प्लाजा पर धरना दिया. किसान केंद्र सरकार के तीन अध्यादेशों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.

Farmers protest at Bahbalpur toll plaza
Farmers protest at Bahbalpur toll plaza

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Published : Sep 11, 2020, 8:01 AM IST

हिसार: कुरुक्षेत्र में गुरुवार को किसान-आढ़ती रैली का आयोजन किया गया. इस रैली में शामिल होने के लिए जा रहे हिसार के किसानों को पुलिस ने जिले के बहबलपुर टोल प्लाजा पर ही रोक दिया.

किसानों का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उनके साथ बदसलूकी भी की. जिससे गुस्साए किसानों ने टोल प्लाजा पर धरना दिया. किसान सरकार के तीन अध्यादेशों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.

केंद्र सरकार के तीन कृषि अध्यादेशों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन

बता दें केंद्र सरकार की ओर से लाए गए तीन कृषि अध्यादेशों के विरोध में प्रदेशभर के किसानों ने गुरुवार को जोरदार प्रदर्शन किया. रोक के बावजूद पिपली में किसान बचाओ मंडी बचाओ रैली के लिए बड़ी संख्या में किसान, व्यापारी और मजदूर पहुंचे तो उन्हें खदेड़ने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया. लाठीचार्ज के विरोध में किसानों ने पुलिस पर पथराव कर दिया.

ये भी पढ़ें- कुरुक्षेत्र: महारैली में जा रहे किसानों पर पुलिस का लाठीचार्ज

पुलिस की सख्ती से गुस्साए किसानों ने दिल्ली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर दिया और अपनी मांग पर अड़े रहे. एक घंटे तक जाम के बाद प्रशासन झुका और रैली की इजाजत दी. दोपहर 2 बजे किसानों ने पिपली अनाज मंडी में रैली शुरू की. हंगामे के दौरान कई किसान और पुलिसकर्मी चोटिल हो गए और मौके पर खड़ी फायर ब्रिगेड की गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हो गई.

किन अध्यादेशों का विरोध?

  1. पहले अध्यादेश के अनुसार, अब व्यापारी मंडी से बाहर भी किसानों की फसल खरीद सकेंगे. पहले किसानों की फसल को सिर्फ मंडी से ही खरीदा जा सकता था.
  2. दूसरे अध्यादेश के मुताबिक केंद्र ने अब दाल, आलू, प्याज, अनाज, इडेबल ऑयल आदि को आवश्यक वस्तु के नियम से बाहर कर इसकी स्टॉक सीमा खत्म कर दी है.
  3. तीसरे अध्यादेश के अनुसार केंद्र सरकार ने कॉन्ट्रैक्ट फॉर्मिंग को बढ़ावा देने की भी नीति पर काम शुरू किया है, इसमें बड़े बिजनेस और कंपनियां कॉन्ट्रैक्ट पर जमीन लेकर खेती कर सकती है. जिससे किसान नाराज हैं.

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