हिसार: किसान आंदोलन के समय नारनौंद में किसानों ने बीजेपी सांसद रामचंद्र जांगड़ा का विरोध (ramchandra jangra protest in narnaund) किया था. इस दौरान पुलिस की कार्रवाई में किसान कुलदीप राणा घायल हो गए थे. अब ये मामला दोबारा से तूल पकड़ रहा है. इस मामले को लेकर हिसार में किसान संगठनों की बैठक हुई. जिसमें किसानों ने सरकार और प्रदर्शन पर अनदेखी का आरोप लगाया है.
किसान नेता रणबीर सिंह मलिक ने कहा कि प्रशासन ने समझौते में कुलदीप राणा के इलाज का सारा खर्चा उठाने और उसके एक बच्चे को डीसी रेट की नौकरी देने की बात पर सहमति दी थी. लेकिन अभी तक कुलदीप राणा को प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं मिली है. कुलदीप राणा के दो ऑपरेशन हो चुके हैं और तीसरा अभी होना है. अभी तक प्रशासन की तरफ से अस्पताल में कोई खर्च नहीं पहुंचा है. इसी को लेकर किसानों ने बैठक (farmers meeting in hisar) की.
किसानों ने कहा कि इस मामले को लेकर हमने डीसी से मुलाकात की थी. तब किसानों को कहा गया था कि किसी टेक्निकल गलती की वजह से ऐसा नहीं हुआ. जल्द ही कुलदीप को मदद मिल जाएगी, लेकिन अभी तक कुलदीप को कोई मदद नहीं मिली है. लिहाजा किसानों ने प्रशासन को 17 तारीख तक अल्टीमेटम दिया. अगर 17 फरवरी तक किसानों को लिखित में इलाज और नौकरी का आश्वासन नहीं मिलता. तो किसान कुलदीप राणा के परिवार के साथ लघु सचिवालय में पक्का मोर्चा लगाकर धरने पर बैठ जाएंगे.