हिसार: कोरोना वायरस (corona virus) की आशंकित चौथी लहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. हिसार सिविल अस्पताल में एक बार फिर से सेंपलिंग लेना शुरू कर दिया गया (sampling in hisar civil hospital) है. कोरोना को लेकर हिसार के नागरिक अस्पताल में पीएमओ (PMO) डॉ. रत्ना भारती ने मीटिंग ली और 12 बेड का आइसोलेशन वॉर्ड बनाने के निर्देश दिए हैं. चिकित्सकों और डॉक्टरों के साथ बैठक में सभी को PPE किट तैयार रखने, मास्क पहनने, सैनिटाइजर पास रखने के आदेश दिए हैं.
हर दिन हो रहे 30 टेस्ट:देश में लगातार कोरोना के केस बढ़ रहे हैं. इसी वजह से विदेश ही नहीं देश में भी एयरपोर्ट अथॉरिटी ने टेस्ट अनिवार्य कर दिए हैं. विदेश जाने के लिए सेंपलिंग करवाने पहुंच रहे लोगों ने बताया कि सेंपलिंग अनिवार्य होने के कारण वह सेंपल देने आए हैं. जिसकी रिपोर्ट 48 घंटे में उन्हें मिल जाएगी. फ्लाइट में 48 घंटे पहले की ही रिपोर्ट मान्य है. सिविल अस्पताल में RT-PCR सेंपल के हर दिन 30 के करीब केस आ रहे हैं जबकि पहले 10 या 15 के लगभग आया करते थे. पहले रैपिड टेस्ट के 5- 10 सेंपल आते थे और अब 15 से 20 सेंपल आ रहे (fourth wave of corona virus) हैं.
हिसार सिविल अस्पताल में सेंपलिंग सिविल अस्पताल में डोज का स्टॉक कम: हिसार के सिविल अस्पताल में वैक्सीन का स्टॉक कम रह गया है. अधिकारियों ने मुताबिक अस्पताल में रखी को-वॉक्सीन और कोविशील्ड की 2500 डोज बाकी है, जिसकी एक्सपायरी डेट 31 दिसंबर 2022 है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जल्दी ही उनके पास वैक्सीन आने वाली है. तब तक लोगों को कोरोना के प्रति सावधानी बरतते हुए दो गज की दूरी और मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए.पीएमओ ने बताया कि पहले चरण में घनी आबादी वाले जैसे बाजार, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी में सेंपलिंग शिविर लगाए जाएंगे. शुक्रवार को नागरिक अस्पताल में चल रहे वैक्सीनेशन शिविर में 41 लोगों ने वैक्सीन की डोज लगवाई. जिले में बीते दिन कोरोना का एक भी नया केस नहीं आया.
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पीएमओ की तरफ से दिशा निर्देश दे दिए गए हैं लेकिन सिविल अस्पताल में इक्का-दुक्का स्टॉफ के अलावा कोई भी मास्क नहीं पहन रहा है और न ही मरीज और उनके साथ आने वाले परिजन मास्क का प्रयोग कर रहे हैं. अस्पताल पहुंच रहे अधिकतर लोग ना तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं और ना ही मास्क लगाने को लेकर गंभीरता दिखा रहे हैं. कहीं यह लापरवाही हमें भारी ना पड़ जाए.