हिसार:हिसार के एक निजी अस्पताल में कोरोना मरीज की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन और सरकार पर गंभीर आरोप लगाए और अस्पताल में ही जमकर हंगामा किया. हंगामे को देखते हुए पुलिस बल मौके पर पहुंचा और मामला शांत कराया गया.
इसके बाद शव को सिविल अस्पताल लाया गया. जहां से शव को कोविड-19 नियमों के तहत संस्कार के लिए प्रशासन को सौंप दिया गया. वहीं परिजनों का मौके पर ही कोरोना टेस्ट भी किया गया.
गाजियाबाद में नहीं मिली ऑक्सीजन, दिल्ली में खाली नहीं था बेड, हिसार में बिन वेंटिलेटर तोड़ दिया दम दरअसल, हिसार के रहने वाला एक 32 वर्षीय युवक गाजियाबाद में नौकरी करता था. वहां तबीयत बिगड़ने पर उसे एक निजी अस्पताल में दाखिल किया गया. गाजियाबाद के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान ऑक्सीजन खत्म हो गई तो परिजन उसे अपने साथ दिल्ली ले गए. वहां भी जब बेड नहीं मिला तो परिजन युवक को अपने साथ हिसार ले आए. जहां उसे एक निजी अस्पताल में दाखिल किया गया और इलाज के दौरान शुक्रवार को उसकी मौत हो गई.
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मृतक के परिजनों ने आरोप लगाए हैं कि ना तो दिल्ली में उन्हें बेड मिला और ना ही गाजियाबाद के अस्पताल में ऑक्सीजन और जब वो हिसार के अस्पताल पहुंचे तो वहां भी युवक को बिना वेंटिलेटर के ही दाखिल कर लिया गया. अगर अस्पताल वाले उसी वक्त कह देते कि अस्पताल में वेंटिलेटर नहीं है तो वो युवक को कहीं और ले जाते, लेकिन अस्पताल ने ऐसा नहीं किया. जिस वजह से युवक की मौत हो गई.