हिसार: हरियाणा के हिसार जिले के मिरकां गांव में एक दलित युवक की हत्या (mirka village murder case in hisar) कर दी गई. जिसके बाद परिजनों और दलित समुदाय के लोगों में काफी रोष है. इसी वजह से हत्या के 12 दिन बाद भी मृतक का अंतिम संस्कार नहीं हुआ है. वहीं शनिवार को भीम आर्मी के अध्यक्ष चंद्रशेखर रावण (Bhim Army President Chandrashekhar Ravan in hisar) भी पीड़ितों से मिलने पहुंचे.
परिजनों से मुलाकात के दौरान चंद्रशेखर रावण ने हिसार पुलिस के डीएसपी अशोक कुमार और नारायण चंद्र से आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की. इस दौरान बड़ी संख्या में सामाजिक संगठन और अनुसूचित जाति संगठनों के लोग सिविल अस्पताल में पहुंचे और हिसार पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाए. मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि गांव के ही कई युवकों ने विनोद, उसके दो साथी संदीप और भाल सिंह को बीच रास्ते रोक कर पीटा है.
पुलिस अधिकारियों से बात करते भीम आर्मी के अध्यक्ष चंद्रशेखर रावण ये पढ़ें-हिसार में चोरी के शक में दलित युवक की हत्या, दो की हालत नाजुक
क्या है हिसार का मिरकां गांव हत्याकांड
14 दिसंबर को एक युवक की पीट-पीट कर हत्या करने का मामला सामने आया था. जानकारी के मुताबिक युवक पर पानी की मोटर चोरी करने के शक में ये हमला किया गया. बुरी तरह से पिटाई के बाद बाद युवक विनोद की मौत हो गई थी. मौत के बाद पूरे दलित समुदाय के लोग और सामाजिक संगठन सड़क पर उतर आए और लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. विरोध प्रदर्शन में हिसार समेत पूरे हरियाणा के 30 से ज्यादा संगठन शामिल हैं.
पीड़ित के परिजनों ने मुताबिक उनके गांव के ही कई युवक सुबह विनोद को पूछने आए थे. परिजनों ने उन्हे बताया कि वो मजदूरी करने के लिए चला गया है. इसके बाद युवकों ने विनोद और उसके साथी संदीप व भाल सिंह को पूछताछ के बहाने रास्ते में रोक लिया. वे युवक तीनों को पकड़कर पहले खेत में ले गए और फिर वहां उनकी पिटाई की. पिटाई करने के बाद दबंगों ने गांव के सरपंच को फोन करके बुलाया कि उन्होंने मोटर चोरी करने वालों को पकड़ लिया है. जब गांव का सरपंच वहां पहुंचा तब तक विनोद की मौत को चुकी थी जबकि संदीप व भाल सिंह बुरी तरह से तड़प रहे थे. सरपंच ने पुलिस को फोन कर मौके पर बुलाया.
अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे पीड़ितों के परिजन और संगठन घटना स्थल पर पहुंची आजाद नगर थाना पुलिस ने विनोद व अन्य को अस्पताल भिजवाया. जहां डॉक्टर ने विनोद को मृत घोषित कर दिया. वहीं दोनों घायलों का इलाज हिसार के निजी अस्पताल में चल रहा है. मृतक विनोद का शव 12 दिन से पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल में रखा हुआ है. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.
मिरकां गांव हत्याकांड के पीड़ितों की मांग
मृतक युवक विनोद के परिजन 50 लाख मुआवजा, सरकारी नौकरी की मांग कर रहे हैं. इसके अलावा जो घायल हैं उनके लिए 25-25 लाख रूपये मुआवजे के तौर पर देने की मांग है. पीड़ित परिवायर ये भी कह रहा है कि हत्याकांड में शामिल 17 आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए. अभी तक इस मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. प्रशासन अपनी तरफ से पीड़ित के परिजनों को 4 लाख रुपये आर्थिक मदद के तौर पर दे चुका है.
घटना के विरोध में बाइट रैली निकालते दलित समुदाय के युवा ये भी पढ़ें-हरियाणा में रेप पीड़िता के साथ फिर किया रेप, कई महीनों तक बनाकर रखा बंधक
हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv Bharat APP