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रविवार को हिसार में मिले 192 नए कोरोना संक्रमित मरीज, 1399 एक्टिव मरीज

हिसार जिले में अब तक मिले 10171 मरीजों में करीब 8637 ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं. जिले में इस समय एक्टिव मरीजों की संख्या 1399 है.

192 new corona positive case found in hisar
192 new corona positive case found in hisar

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Published : Nov 1, 2020, 8:36 PM IST

हिसार: हरियाणा में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में रोजाना कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि त्योहार के सीजन में बाजारों में लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही है. जिसकी वजह से जनता में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है.

हिसार में रविवार को 192 कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं. वहीं शनिवार को 201 कोरोना संक्रमित मरीज मिले थे. जबकि शनिवार को 3 लोगों की मौत हुई थी. राहत की बात ये रही कि रविवार को किसी की कोरोना संक्रमण से मौत नहीं हुई.

रिकवरी रेट भी गिरा

जिला स्वास्थ्य विभाग ने पॉजिटिव मिले मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री को ट्रेस करना शुरू कर दिया है. अब तक मिले 10171 मरीजों में करीब 8637 ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं. हिसार में इस समय एक्टिव मरीजों की संख्या 1399 है. आज हिसार का रिकवरी रेट 85.59 प्रतिशत से घटकर 84.92 प्रतिशत हो गया है.

जिले में अभी तक काेराेना से 135 लाेगाें की माैत हुई है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियाें की समीक्षा में सामने आया है कि मरने वाले 135 में से 113 हाईपर टेंशन, डायबिटीज, कैंसर, किडनी डिजीज और माेटापा से ग्रस्त थे. यानी 83 प्रतिशत मरने वाले पहले से ही किसी ने किसी बीमारी से ग्रस्त थे.

17 प्रतिशत ही ऐसे लोग थे जिनकी मौत काेराेना से हुई है. मरने वालाें में सबसे अधिक 51 लाेग 65 से 74 की उम्र के बीच के हैं. 55 से 64 साल की उम्र के भी 31 लाेगों की मौत हो चुकी है. सीएमओ डॉक्टर रत्ना भारती, उप सिविल सर्जन डॉ. जया गाेयल, सैंपलिंग नाेडल ऑफिसर डॉ. सुभाष खतरेजा के अनुसार मरने वालाें में एक तिहाई लाेग 50 से लेकर 60 उम्र से अधिक के हैं.

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स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियाें के अनुसार काेराेना से मृत्यु दर काे कम करने के लिए सबसे पहला फार्मूला है ट्रेसिंग. यानी मरीज का जल्द से जल्द पता लगाना. दूसरा है टेस्टिंग. जैसे ही काेराेना संभावित मरीज ट्रेस हो जाएं ताे उसका तुरंत टेस्ट किया जाए. तीसरा उपचार है जल्द से जल्द मरीज का उपचार शुरू किया जाना. इससे मृत्युदर काे कम किया जा सकता है.

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