गुरुग्राम: साइबर सिटी गुरुग्राम में 21 अक्टूबर को भारतीय वायु सेना के एक अधिकारी पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई थी. इस मामले में गुरुग्राम सेक्टर 31 क्राइम ब्रांच की पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है. पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
दोनों आरोपियों को गुरुग्राम के राजीव चौक इलाके से गिरफ्तार किया गया है. जिनके ऊपर एयरफोर्स अधिकारी के ऊपर गोली चलाने के चलते 21 अक्टूबर सेक्टर 37 थाने गुरुग्राम में मुकदमा दर्ज किया गया था.
इस तरह रची थी हत्या की साजिश
गुरुग्राम पुलिस ने खुलासा किया है कि पीड़ित दीपक धनखड़ को उनके दोस्त महिपाल और ओमप्रकाश ने उनको नवीन और विजेंद्र सैनी नाम के व्यक्ति से कुंडली इलाके में मिलवाया था. जहां पर एक्सप्रेस गोल्ड ट्रेडिंग कंपनी में महिपाल ने ₹4 लाख नगद ओम प्रकाश को और 12 लाख ₹30 हज़ार खाते में नवीन को दिए थे और इस पूरे एग्रीमेंट के करार के हिसाब से दीपक धनखड़ की पत्नी के खाते में किश्ते आनी थी.
मगर दो किस्त आने के बाद खाते में कोई भी पैसा नहीं आया जिसके बाद दीपक धनखड़ ने अपने दोस्त ओम प्रकाश से बात की और कहा कि मुझे अपने पैसे वापस चाहिए. दीपक धनखड़ द्वारा पैसे मांगे जाने के बाद दो आरोपी और उनके कुछ साथियों ने प्लान बनाया कि दीपक धनखड़ को बुला कर पहले उसको खिलाएंगे पिलाएंगे और मौका देख कर मौत के घाट उतार देंगे. कुछ हद तक एयरफ़ोर्स अधिकारी दीपक धनखड़ इनके चंगुल में फंस भी जाता है.
अपने मकसद में नाकाम रहे आरोपी
जो इन अपराधियों द्वारा बुलाए जाने पर अपने दोस्तों के साथ सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन पहुंचता है और वहां से इनके साथ बैठकर दिल्ली चला जाता है वहां जाकर ये पार्टी करते हैं और वापस गुरुग्राम आ जाते हैं पर एयरफोर्स अधिकारी को ये नहीं पता होता है कि जिस फार्म हाउस में वो जाने वाला है वहां पर उसका और उसके दोस्तों का कोई पहले से ही शार्प शूटर घात लगाए इंतजार कर रहा है.
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एयरफ़ोर्स का अधिकारी जब अपने दोस्तों के साथ गाड़ी लेकर हीरो होंडा चौक के पास बने फार्म हाउस पर पहुंचा. तो आरोपियों ने दीपक धनकड़ को गाड़ी से उतरने को कहा. जैसे ही वो गाड़ी से उतरा तो दीपक के ऊपर उसके साथियों ने ही ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. इस दौरान दीपक और दोस्त गोलीबारी में बाल-बाल बच गए. दीपक मौके से भागने में कामयाब भी रहे.