गुरुग्राम: साइबर सिटी गुरुग्राम के सेक्टर 31 में कोठी नंबर 12पी में हैंड ग्रेनेड मिलने (hand grenade found in Gurugram) से इलाके में अफरा तफरी का माहौल हो गया है. मिली जानकारी के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से बंद पड़े सेक्टर 31 के इस घर से पुलिस को मौके से 2 हैंड ग्रेनेड, 15 प्रैक्टिस हैंड ग्रेनेड, 43 गोली के खाली खोखे और BICAT STRIP मिली हैं. बम निरोधक दस्ते ने करीब 4 घंटे की मशक्कत के बाद इस सारे विस्फोटक को 6 फुट के गड्ढे को खोदकर उसमें डालकर निरस्त कर दिया. जिस वक्त बम निरोधक दस्ते ने इस विस्फोटक को निरस्त किया उस बीच एक बड़ा धमाका भी हुआ.
पुलिस और एक्सपर्ट की मानें तो यह 2 हैंड ग्रेनेड और बाकी का विस्फोटक इतना खतरनाक था कि यदि यह मकान में फट जाता तो आसपास के इलाके को काफी नुकसान तक भी पहुंचा सकता था. इसीलिए बम निरोधक दस्ते ने 7-8 फीट का गड्ढा खोद उसमें इस विस्फोटक को डाला और उसके ऊपर मिट्टी से भरे कट्टों को रखकर निरस्त किया.
गौरतलब है कि गुरुग्राम पुलिस को एक ट्वीट के जरिए इस बारे में जानकारी मिली थी. जिसके बाद एनएसजी टीम को इस बारे में बताया गया. घर से ग्रेनेड मिलने के मामले में डीसीपी वीरेंद्र विज ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस को सूचना मिलने पर बम निरोधक दस्ता, डॉग स्क्वाड सहित गुरुग्राम पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. डीसीपी विज ने कहा कि हैंड ग्रेनेड को समय रहते डिफ्यूज करना पुलिस की पहली प्राथमिकता थी. इस कोठी का मालिक पिछले 2 साल से यहां नहीं रह रहा है. कोठी रविंद्र अग्रवाल दिल्ली निवासी के नाम पर है जो कि पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट है. पुलिस मकान मालिक से पता करने में जुटी है कि आखिरकार यह विस्फोटक यहां कैसे आया.