गुरुग्राम: राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान के बीच मानेसर स्थित आईटीसी ग्रैंड भारत होटल चर्चा का केंद्र बना हुआ है. सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार राजस्थान के कुछ विधायक होटल अंदर मौजूद हैं. होटल के बाहर पुलिस ने बैरिकेडिंग लगा दी है. आने जाने वालों पर पुलिस की पैनी नजर है.
वहीं अब होटल के बाहर हलचल तेज हो गई है. पुलिस की एक मिनी बस में कई पुलिसकर्मी होटल के अंदर गए हैं. वहीं आईटीसी ग्रैंड भारत होटल के बाहर भी अब भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. पुलिस बल में महिला पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया है.
मानेसर स्थित होटल ITC ग्रैंड के बाहर हलचल तेज, सुरक्षा बढ़ी सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि शनिवार की शाम राजस्थान के कुछ विधायक गुरुग्राम के मानेसर से सटे स्थित आइटीसी ग्रैंड भारत होटल पहुंच गए. खबर ये भी है कि देर रात कुछ और विधायक यहां आ सकते हैं. हालांकि अधिकारिक पुष्टि होटल प्रबंधन की ओर से नहीं की गई है.
देर रात और विधायकों के आने की संभावना
ये भी संभावना जताई जा रही है कि देर रात कई और विधायक होटल पहुंच सकते हैं. सियासी समीकरण बदले तो ठहरे हुए विधायक भी होटल छोड़ सकते हैं. विधायकों के आते ही पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है. होटल से करीब पांच सौ मीटर पहले बेरिकेड्स लगा दिए हैं. पुलिस पीसीआर भी होटल के गेट के सामने तैनात है.
राजनीतिक सरगर्मियों का केंद्र बना होटल आइटीसी ग्रैंड भारत
सूत्रों के हवाले से खबर है कि सीआईडी के कई पुलिस अधिकारी भी होटल के आसपास देखे गए. विधायकों के आने से आइटीसी ग्रैंड भारत होटल एक बार फिर राजनीतिक सरगर्मियाें का केंद्र बिंदु बन गया है. मार्च महीने में मध्य प्रदेश के कई कांग्रेसी विधायक यहां पर ठहरे थे. बीजेपी पर कांग्रेस के नेताओं को यहां लाने का आरोप लगा था. इसी होटल से कमलनाथ की सरकार को अल्पमत में लाने की पटकथा लिखी गई थी.
क्या है पूरा मामला?
आपको बता दें कि जून में राज्य से हुए राज्यसभा की तीन सीटों के चुनाव से पहले सत्तारूढ़ कांग्रेस ने कुछ विधायकों को प्रलोभन दिए जाने का आरोप लगाया था. पार्टी की ओर से इसकी शिकायत विशेष कार्यबल (एसओजी) को की गयी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि राज्य में विधायकों को प्रलोभन दिया जा रहा है और करोड़ों रुपये की नकदी जयपुर स्थानांतरित हो रही है. राजस्थान विधानसभा में कुल 200 विधायकों में से कांग्रेस के पास 107 विधायक एवं भाजपा के पास 72 विधायक हैं. राज्य के 13 में से 12 निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी कांग्रेस को है.
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इधर, गहलोत समर्थकों ने राज्यसभा चुनाव के दौरान भी पार्टी आलाकमान तक ये संदेश पहुंचाया था कि पायलट सहयोग नहीं कर रहे हैं. पायलट समर्थक कांग्रेस विधायकों की बाड़ेबंदी में नहीं आ रहे हैं, खबर ये भी है कि सचिन पायलट बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.