गुरुग्राम: 7 जून को न्यू कॉलोनी गुरुग्राम में मनीष भारद्वाज नाम के शख्स की हत्या (youth murdered in gurugram) की गई थी. मामले में शुक्रवार को गुरुग्राम पुलिस ने मुख्य आरोपी सन्नी को गिरफ्तार (youth murder accused arrested) किया है. पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि मनीष भारद्वाज से उसने 30 लाख रुपये उधार लिए थे. रुपए ना चुकाने और लगातर बढ़ते दबाव के चलते सन्नी ने मनीष की गोली मारकर हत्या कर दी.
इस पूरे मामले में पुलिस लगातार तफ्तीश में जुटी हुई थी और आरोपी की तलाश में अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर रही थी. पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि इस हत्या का आरोप सन्नी सोनीपत से गुरुग्राम आ रहा है. सूचना मिलने पर गुरुग्राम पुलिस ने टीम का गठन किया और आरोपी को धर दबोचा. पुलिस पूछताछ में सन्नी ने बताया कि वो और मनीष भारद्वाज अच्छे दोस्त थे. मनीष भारद्वाज और सन्नी फर्जी लाइसेंस मामले में दोनों एक साथ जेल भी जा चुके हैं.
जेल की सलाखों के पीछे दोनों की दोस्ती और गहरी होती चली गई. जेल से बाहर आने के बाद सन्नी ने मनीष भारद्वाज से 30 लाख रुपए उधार लिए, लेकिन सन्नी तय वक्त पर इतनी बड़ी रकम को नहीं चुका पाया. जिसके चलते लगातार मनीष का दबाव सन्नी के ऊपर बढ़ता जा रहा था. इस उधार के चलते दोनों की दोस्ती में खटास पैदा होती जा रही थी. पहले तो सन्नी ने लगातार बढ़ते दबाव के चलते खुद खुदकुशी करने का प्लान तैयार किया, लेकिन अपने परिवार को देखते हुए आरोपी सन्नी ने मनीष को ही मौत के घाट उतारने की योजना बनाई.
7 जून को मनीष और आरोपी सन्नी कुछ खरीददारी कर कर वापस लौट रहे थे. दोनों के बीच इस लेनदेन को लेकर काफी बहस हुई. इसी दौरान सन्नी ने एक के बाद एक मृतक मनीष भारद्वाज को 5 गोलियां मारी. जिसमें मनीष भारद्वाज की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. हत्या के बाद आरोपी सोनीपत में छुपा हुआ था, लेकिन लगातार बढ़ते पुलिस दबाव को देखते हुए वहां से गुरुग्राम आ रहा था. इसी दौरान पुलिस ने इसे धर दबोचा. फिलहाल इस पूरे मामले में मुख्य आरोपी सन्नी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और हत्या में प्रयोग किए गए हथियार को भी बरामद कर लिया है.
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