गुरुग्राम: एनएचएम कर्मचारियों अपनी लंबित मागों को लेकर दो दिवसीय हड़ताल की. जिसके चलते सभई स्वास्थ्य सेवाएं ठप रही. अपनी मांगों की आवाज सरकार के कानों तक पहुंचाने के लिए कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री को खून पत्र लिखा.
बता दें कि अपनी लंबित मांगों को लेकर एचएचएम कर्मचारी पिछले लंबे समय से संर्घष कर रहे हैं. जिसे लेकर 5 और 6 फरवरी को हड़ताल की गई. जिससे आम लोगों को भी भारी दिक्कतों का समाना उठाना पड़ा. यही नहीं इनकी इस हड़ताल से एंबुलेंस सेवा भी बाधित रही.
मांगों को लेकर एनएचएम कर्मचारियों ने सीएम को लिखा खून का पत्र, अगला पत्र पीएम के नाम
कर्मचारियों ने सरकार तक अपनी बात को पहुंचाने के लिए खून से मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को पत्र लिखा. जिसे लेकर 5 और 6 फरवरी को हड़ताल की गई.
कर्मचारियों ने सरकार तक अपनी बात को पहुंचाने के लिए खून से मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को पत्र लिखा. वहीं कर्मचारियों का कहना हैं कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वो अगला पत्र खून से पीएम के नाम लिखेंगे. हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों की परमानेंट किये जाने जैसी मांगो के अतिरिक्त अन्य मांगे भी शामिल है.
आपको बता दें कि पिछले 6 महीने से एनएचएम कर्मचारी लगातार अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन अभी तक सरकार ने उनकी एक नहीं मानी. कर्मचारियों का कहना हैं कि अगर सरकार ने अपना अड़ियल रवैया नहीं छोड़ा तो वो आगामी लोकसभा चुनाव में सरकार को इसका जवाब जरूर देंगे.